पणजी, 28 सितम्बर (आईएएनएस)। गोवा पुलिस की अपराध शाखा ने सोमवार को औपचारिक रूप से लुई बर्जर रिश्वत मामले में आरोप-पत्र दाखिल किया। पुलिस ने जिन लोगों पर अभियोग लगाया है उनमें राज्य के कुछ सरकारी अधिकारी, लुई बर्जर के कई पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा तत्कालीन लोक निर्माण विभाग मंत्री चर्चिल अलेमाओ भी शामिल हैं।
अलेमाओ को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। कांग्रेस विधायक और तत्कालीन मुख्यमंत्री दिगंबर कामत को आरोप पत्र में बतौर संदिग्ध शामिल किया गया है। कामत को अदालत से अग्रिम जमानत मिली हुई है।
आरोप पत्र दोपहर में विशेष भ्रष्टाचार रोधी अदालत में दायर किया गया। लेकिन, आरोप पत्र में दर्ज बातों की मुकम्मल जानकारी अभी नहीं मिल सकी है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोप पत्र में छह लोगों के नाम हैं। ये हैं चर्चिल अलेमाओ, मामले से संबंधित दागी परियोजना के निदेशक आनंद वाचासुंदर, लुई बर्जर के पूर्व एशिया प्रमुख जेम्स मैक्कलंग, लुई बर्जर के पूर्व भारत प्रमुख सत्यकाम महंती, कथित हवाला कारोबारी रिचंड सोनी और दिगंबर कामत के सहायक आर्थर डी सिल्वा।
इन सभी पर भारतीय दंड संहिता और भ्रष्टाचार निरोधक कानून की धाराएं लगाई गई हैं।
कामत, अलेमाओ और कुछ सरकारी अधिकारियों पर आरोप है कि इन्होंने 2010 में अमेरिकी कंसल्टेंसी फर्म लुई बर्जर के अधिकारियों से 9,76,630 डालर की रिश्वत ली थी। यह रिश्वत गोवा में 1,031 करोड़ के जल शोधन संयंत्र का ठेका लेने के मामले में दी गई थी।
जापान इंटरनेशनल कॉरपोरेशन एजेंसी से वित्तीय सहायता पाने वाली इस परियोजना को गोवा की तत्कालीन कांग्रेस नेतृत्व वाली सरकार ने 2010 में हरी झंडी दिखाई थी।
पुलिस का आरोप है कि पैसा हवाला कारोबारी सोनी के जरिए किस्तों में कामत और अलेमाओ तक पहुंचा था।