कोलकाता, 23 अगस्त (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने रविवार को कहा कि वित्तीय समावेशन लोगों को फर्जी वित्तीय संस्थानों के गोरखधंधे से बचाएगा और लोग सुरक्षित होंगे।
जेटली ने यहां एक आयोजन में कहा, “हमारे बैंकों की शाखाएं अब तक एक मकान नुमा संरचना में चला करती थी। अब हालांकि बैंक एक कदम आगे बढ़ चुके हैं। अब व्यक्ति भी बैंकिंग कॉरसपोंडेंट के रूप में काम कर रहे हैं, जो घर-घर जाकर बैंक सेवा दे रहे हैं।”
जेटली ने कहा, “इस खंड का विस्तार लोगों को फर्जी एजेंसियों में फंसने से बचाएगा, जिससे पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों में काफी समस्या पैदा हुई है।”
वित्तमंत्री शारदा समूह जैसी कंपनियों की ओर इशारा कर रहे थे, जिसकी जमा योजना के चक्कर में ओडिशा, झारखंड, बंगाल और असम के लाखों लोग तबाह हुए हैं।
जेटली ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की ‘जन धन योजना’ और हाल ही में शुरू हुई सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से एक बड़ी आबादी बैंकिंग नेटवर्क से जुड़ी है, जो पहले इससे बाहर थी।