पर्थ, 28 फरवरी (आईएएनएस)। भारतीय क्रिकेट टीम ने शनिवार को वेस्टर्न आस्ट्रेलिया क्रिकेट एसोसिएशन (वाका) मैदान पर खेले गए आईसीसी विश्व कप-2015 के पूल-बी मुकाबले में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को नौ विकेट से हरा दिया। यह भारत की लगातार तीसरी जीत है।
भारत ने पहले तो यूएई को 102 रनों पर ऑल आउट कर दिया, फिर रोहित शर्मा (नाबाद 57) और विराट कोहली (नाबाद 33) की बदौलत 18.5 ओवरों में मैच जीत लिया। भारत ने सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (14) के रूप में एकमात्र विकेट गंवाया।
धवन का विकेट 29 के कुल योग पर गिरा। धवन ने 17 गेंदों पर तीन चौके लगाए। रोहित की 55 गेंदों की पारी में 10 चौके और एक छक्का शामिल हैं, जबकि कोहली ने 41 गेंदों पर पांच चौके लगाए। दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 74 गेंदों पर 75 रनों की नाबाद साझेदारी की।
इस मैच में चार विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन को मैन ऑफ द मैच चुना गया। विश्व कप-2015 में पहली बार कोई सम्बद्ध टीम अपनी हैसियत के दायरे में रहकर खेली। इससे पहले हालांकि स्कॉटलैंड और आयरलैंड जैसी टीमें अपनी हैसियत से बढ़कर खेल दिखा चुकी हैं।
बहरहाल, इस आसान जीत ने भारत को पूल-बी में शीर्ष पर मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। भारत ने अपने पहले मैच में पाकिस्तान और दूसरे मैच में द. अफ्रीका को हराया है। भारत को अब छह मार्च को अपने चौथे मैच में इसी मैदान पर वेस्टइंडीज से भिड़ना है।
दूसरी ओर, अपना दूसरा विश्व कप खेल रहा यूएई भारत के अलावा अपने बाकी के भी दो मैच जिम्बाब्वे और आयरलैंड के खिलाफ गंवा चुका है। वह सात टीमों वाले पूल-बी में छठे स्थान पर है।
इससे पहले, टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरी यूएई की टीम भारतीय गेंदबाजों का 31.3 ओवरों तक ही सामना कर सकी। यूएई की ओर से शैमान अनवर ने सबसे अधिक 35 रन बनाए। खुर्रम खान ने 14 रनों का योगदान दिया। शैमान ने मंजूला जी. (नाबाद 10) के साथ अंतिम विकेट के लिए 31 रनों की साझेदारी की।
एक समय यूएई ने मात्र 71 रनों पर अपने नौ विकेट गंवा दिए थे, लेकिन शैमान और मंजूला उसे 100 के ऊपर ले जाने में सफल रहे। शैमान ने 49 गेंदों की अपनी पारी में छह चौके लगाए।
खान ने 28 गेंदों पर एक चौका लगाया जबकि शैमान के साथ 44 गेंदों तक भारतीय गेंदबाजों को परेशान करने वाले मंजूला ने 16 गेंदों का सामना कर एक चौका लगाया।
भारत ने 13 रन अतिरिक्त के तौर पर दिए। यूएई के आठ बल्लेबाज दहाई तक नहीं पहुंच सके। यूएई की टीम का यह विश्व कप में न्यूनतम स्कोर है।
भारत की ओर से करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले रविचंद्रन अश्विन ने चार विकेट लिए जबकि रवींद्र जडेजा और उमेश यादव को दो-दो विकेट मिले। भुवनेश्वर कुमार और मोहित शर्मा ने भी एक-एक सफलता हासिल की।
अश्विन ने पहली बार एकदिवसीय करियर में मैच में चार विकेट लिए। वह विश्व कप में भारत की ओर से एक मैच में चार या उससे अधिक विकेट झटकने वाले भारत के तीसरे गेंदबाज हैं।
युवराज सिंह दो मौकों पर ऐसा कर चुके हैं। एक मौके पर युवराज ने पांच विकेट भी लिए हैं। अश्विन के अलावा अनिल कुम्बले ने 2003 विश्व कप में नीदरलैंड्स के खिलाफ चार विकेट लिए थे।