संयुक्त राष्ट्र, 29 सितंबर (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की-मून ने कहा है कि आज की दुनिया में युद्ध प्रभावित इलाकों की चुनौतीपूर्ण स्थितियां शांति मिशनों के लिए हर तरह के अधिक संसाधन की मांग कर रही हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र शांति मिशनों पर सोमवार को हुए शिखर सम्मेलन में बान ने ये बातें कहीं।
बान ने कहा कि 120 देशों के 125000 सैनिक शांति मिशनों में लगे हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र के 350 मेडिकल क्लीनिक, 167 हेलीकॉप्टर, 70 विमान, 7 पोत और 13000 अन्य वाहन इस काम में लगे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि शांति सैनिकों को आज जैसी चुनौती पहले कभी नहीं देखनी पड़ी थी।
बान ने कहा, “दक्षिण सूडान में संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों ने 200,000 नागरिकों को शरण दी हुई है। संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशनों के बारे में योजना बनाने के दौरान यह सोचा भी नहीं गया था कि कभी एक साथ इतने लोगों की देखभाल की भी नौबत आएगी।”
बान ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र शांति मिशनों को चार चीजें चाहिए। ये हैं-प्रभावी सैन्य क्षमताएं, दक्ष पुलिसकर्मी, संयुक्त राष्ट्र शांति मिशनों को पुनर्जीवन और तगड़ी राजनैतिक हिमायत।