मुंबई, 26 अगस्त (आईएएनएस)। हाई प्रोफाइल शीना बोरा हत्याकांड में एक नया मोड़ आ गया है। आईएनएक्स मीडिया के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) पीटर मुखर्जी ने बुधवार को कहा कि शीना का उनके बेटे राहुल मुखर्जी से प्रेम संबंध था।
पीटर मुखर्जी की पत्नी इंद्राणी मुखर्जी को शीना बोरा की साल 2012 में हत्या करने के आरोप में मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
पीटर मुखर्जी ने कहा कि उन्होंने रिश्ते को नजरअंदाज कर दिया था, क्योंकि राहुल व शीना वयस्क थे और इस बारे में फैसला खुद ले सकते थे। राहुल पीटर मुखर्जी की पहली पत्नी के बेटे हैं।
उन्होंने टेलीविजन चैनल एनडीटीवी व टाइम्स नाउ से कहा, “शीना और मेरे बेटे के बीच प्रेम संबंध था, जिसका इंद्राणी विरोध करती थी।” उन्होंने यह भी कहा कि इंद्राणी ने उससे कहा था कि शीना उसकी बहन है। पीटर ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि शीना, इंद्राणी और उसके पहले पति की बेटी थी।
वहीं, शीना बोरा के भाई मिखाइल बोरा ने टाइम्स नाउ से कहा कि शीना इंद्राणी की बेटी थी, बहन नहीं। उन्होंने कहा कि डीएनए जांच से इस बात का पता आसानी से लगाया जा सकता है कि इंद्राणी मुखर्जी उनकी जैविक मां है।
पीटर मुखर्जी ने भी कहा कि वह हमेशा यही मानते रहे कि शीना इंद्राणी की बहन है।
उन्होंने कहा, “अब शीना के उसकी बेटी होने की बात सामने आ रही है। विश्वस्त सूत्रों ने मुझे बताया है कि शीना उसकी बेटी थी।”
पीटर ने कहा, “इन सब से मैं बेहद परेशान हूं। शीना का मेरे बेटे के साथ प्रेम संबंध था। जब साल 2012 में वह लापता हुई, तो मुझे बताया गया कि वह पढ़ने के लिए अमेरिका गई है। जब मैंने इंद्राणी से पूछा, तो उसने मुझे वहां एक दीवाली समारोह में उसकी एक तस्वीर दिखाई।”
उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि इंद्राणी के गिरफ्तार होने को लेकर वह पूरी तरह हैरान हैं। उन्होंने कहा, “इस स्तर के अपराध से मैं भौंचक्का हूं।”
उन्होंने आश्वस्त किया कि इस मुद्दे पर पुलिस के पूर्ण सहयोग के लिए वह तैयार हैं।
उल्लेखनीय है कि मुंबई पुलिस ने इंद्राणी को शीना बोरा की साल 2012 में हत्या करने व उसके शव को मुंबई के पास रायगड में दफनाने के आरोप में मंगलवार को गिरफ्तार किया।
इस मामले में इंद्राणी के अलावा, उसके चालक को भी गिरफ्तार किया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि मुख्य साजिशकर्ता इंद्राणी ही है।
उसे एक अदालत के समक्ष पेश किया गया, जहां से 31 अगस्त तक के लिए उसे पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
पुलिस ने दावा किया है कि उसने रायगड के उस जगह से सबूत बरामद किया है, जहां पीड़िता के शव को दफनाया गया था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।