सबरीमाला- दक्षिण भारत के केरल में स्थित प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर इस वर्ष 1.4 करोड़ डिब्बा ‘प्रसाद’ का उत्पादन करेगा। आगामी 17 नवंबर से सबरीमाला तीर्थयात्रा शुरू होने वाली है। पथानामथित्ता जिला स्थित यह मंदिर केवल पैदल यात्रा कर ही पहुंचा जा सकता है।
मलयालम कैलेंडर के प्रत्येक महीने के पहले कुछ दिनों के लिए मंदिर को खोला जाता है। नवंबर में मलयालम महीने के पहले दिन चरम तीर्थयात्रा की शुरुआत होती है। इस वर्ष यह 17 नवंबर से शुरू होगी।
मंदिर के कार्यकारी अधिकारी वी.एस.जयकुमार ने कहा कि प्रसादम (अरवाना) के उत्पादन की घोषणा 27 अक्टूबर को होगी।
जयकुमार ने कहा, “इस वर्ष हम 1.4 करोड़ डिब्बे अरवाना के उत्पादन की उम्मीद कर रहे हैं। पर्व के दौरान जब मंदिर खोला जाएगा, हमारे पास 30 लाख डिब्बे अरवाना तैयार हालत में होंगे।”
अरवाना की मुख्य सामग्री चावल, घी, गुड़ तथा मसाले हैं।
तीर्थयात्री प्रसाद को अग्रिम तौर पर ऑनलाइन या धनलक्ष्मी बैंक की शाखाओं या त्रावणकोर देवासवम समिति द्वारा संचालित मंदिरों के कूपनों से बुक करवा सकते हैं।
जयकुमार ने कहा, “ऐसा प्रसादम के लिए सबरीमाला आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या कम करने के लिए किया जाता है।”
उन्होंने कहा कि अप्पम (एक दूसरा प्रसादम) के उत्पादन की शुरुआत 12 नवंबर से की जाएगी, क्योंकि वह दो हफ्तों में ही खराब हो जाती है।