प्रांत के वन विभाग ने इलाके में साइबेरियाई बाघ देखे जाने की पुष्टि की है।
पिछले वर्ष एक बाघ सीमा पार कर चीन में चला आया था और संभवत: उसने यहां पूरी सर्दी भी बिताई।
सीमा पार से बाघ के अलावा काले भालुओं के भी आने के सबूत मिले हैं। बीते पतझड़ में कई भालुओं को उसुरी नदी के सहारे सीमा पार कर आते देखा गया। यहां तक कि भालू का एक बच्चा नजदीकी काउंटी तक चला आया, जिसे लेकर स्थानीय लोगों में काफी हो-हल्ला भी मचा।
पर्यावरण संरक्षण के प्रांतीय विभाग ने कहा है कि वर्षो की कड़ी मेहनत और पर्यावरण में सुधार के लिए खर्च किए गए करीब 10 करोड़ युआन की बदौलत रूस की सीमा से लगे चीन के इस इलाके का प्राकृतिक वातावरण अब वन्यजीवों को आकर्षित करने लगा है।
इसके अलावा हीलोंगजियांग प्रांत में रूस की सीमा से लगे इलाकों में स्थित कई अभयारण्य वन्यजीवों के संरक्षण के लिए रूस के साथ सहयोग भी कर रहे हैं।