हैदराबाद, 20 जनवरी (आईएएनएस)। दक्षिण भारतीय फिल्मों की अभिनेत्री-निर्माता जीविता राजशेखर केंद्रीय फिल्म प्रमाण बोर्ड (सीबीएफसी) की सदस्य चुनी जाने से उत्साहित हैं। वह कहती हैं कि नए सदस्य बोर्ड को निराश नहीं करेंगे।
जीविता ने आईएएनएस को बताया, “मैं सदस्यों में से एक के रूप में चुने जाने से खुश हूं। यह बहुत जिम्मेदारी वाला पद है। मैं मौजूदा विवादों पर टीका-टिप्पणी नहीं करना चाहती, लेकिन मुझे यकीन है कि बोर्ड के नए सदस्य निराश नहीं करेंगे।”
जीतिवा के अलावा ऑल इंडिया द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (एआईडीएमके) के पूर्व विधायक एस.वी. शेखर भी सेंसर बोर्ड के सदस्य चुने गए हैं। फिल्मकार पहलाज निहलानी इसके नए अध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं।
जीविता ने कहा, “सेंसर बोर्ड में दक्षिण भारत से किसी का होना अच्छा है। मुझे खुशी है कि हमारी उपेक्षा नहीं की गई।”
तत्काल प्रभाव से नियुक्त किए गए नए सदस्यों में मिहिर भूटा, सैयद अब्दुल बारी, रमेश पतंगे, जॉर्ज बेकर, चंद्रप्रकाश द्विवेदी, वाणी त्रिपाठी टिक्कू और अशोक पंडित के नाम शामिल हैं।
विवादास्पद फिल्म ‘एमएसजी-मैसेंजर ऑफ गॉड’ को हरी झंडी देने के बारे में पूछे जाने पर जीविता ने कहा, “मैंने अभी फिल्म नहीं देखी है। मेरा अभी टिप्पणी करना उचित नहीं होगा।”
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।