कोलकाता, 23 जुलाई (आईएएनएस)। भारतीय स्टार्टअप यह सुनिश्चित करें कि उनके कर्मचारी ऑनलाइन कौशल विकास पाठ्यक्रमों के जरिए प्रतिस्पर्धी रहें। उद्योग विशेषज्ञों ने यह बात कही है।
स्टार्टअप को एंड्रॉयड डेवलपमेंट, बिग डेटा और हैडूप डेवलपमेंट, एथिकल हैकिंग, एसएपी सिक्योरिटी, रोबॉटिक्स, वेब एंड एप्प डिजाइन जैसे मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्सेस (एमओओसी) के जरिए अपने कर्मचारियों का कौशल विकास करना चाहिए।
ई-लर्निग कंपनी लर्नसोशल के संस्थापक एवं सीईओ राजू पनापाला ने आईएएनएस को बताया, “रुझान यह है कि स्टार्टअप कंपनियों के संस्थापक अधिकतर उद्योग क्षेत्र के पेशेवर ही होते हैं। वे बहुराष्ट्रीय कंपनियों में काम रहे हैं और उन्हें कौशल विकास की जरूरतों और आवश्यकताओं की अच्छी समझ है।”
उन्होंने कहा, “ये लोग हमेशा यह सुनिश्चित करते हैं कि उनकी टीम इस गलाकाट प्रतियोगिता के दौर में सभी कौशल क्षमताओं के साथ सक्षम बनी रहे और कौशल विकास पाठ्यक्रमों को अपनाने की इच्छुक हो।”