कोलकाता, 22 जून (आईएएनएस)। हिंसा पर लगाम लगाने में धर्मग्रंथ सुरक्षा बलों से अधिक कारगर होते हैं। केंद्रीय गृहराज्य मंत्री किरण रिरिजू ने सोमवार को यह बात कही।
बंगाल बौद्ध एसोसिएशन में यहां रिरिजू ने कहा, “जब भी मैं बौद्ध नेताओं से मिलता हूं, मैं हमेशा कहता हूं कि धर्मग्रंथ हमारी पुलिस और सुरक्षा बलों से कहीं अधिक शक्तिशाली हैं। धार्मिक उपदेश और ज्ञान अधिक शक्तिशाली हैं। अगर धर्म उपदेश हर ओर फैल जाते हैं तो हमें हिंसा को रोकने के लिए सुरक्षा बलों की आवश्यकता नहीं होगी।”
वह कर्मयोगी कृपाशरण महास्थविर की 150वीं जयंती के समापन समारोह के दौरान संबोधित कर रहे थे। कर्मयोगी कृपाशरण को पूर्व में बौद्ध धर्म को पुनर्जीवित करने के लिए श्रेय दिया जाता है।
बुद्ध की प्रेम और करुणा के उपदेशों की वकालत का हवाला देते हुए रिरिजू ने कहा कि उनके उपदेश पहले के मुकाबले आज कहीं अधिक प्रासंगिक हैं।
उन्होंने कहा कि भारत की सुरक्षा की स्थिति कई लोग कमजोर कर रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “पूर्वोत्तर, कश्मीर और मध्य भारत समेत देश के कई हिस्सों में समस्याएं हैं। कई लोग देश की स्थिति को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं।”
उन्होंने कहा कि हर सुबह वह सुरक्षा की स्थिति पर विभिन्न खुफिया एजेंसियों की रिपोर्टो के बारे में पढ़ते हैं।
रिजिजू ने कहा, “हिंसा को काबू में करने के लिए हमें सुरक्षा बलों की जरूरत है हालांकि यह कोई खुशी वाली बात नहीं है।”