नई दिल्ली, 25 अगस्त (आईएएनएस)। असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने मंगलवार को कहा कि पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता हिमांता बिश्व शर्मा की कोई विचारधारा नहीं है। शर्मा कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने जा रहे हैं।
राजधानी में नीति आयोग की बैठक में शामिल होने आए गोगोई ने संवाददाताओं से कहा, “हिमांता की कोई विचारधारा नहीं है। इसीलिए उन्होंने एक सांप्रदायिक पार्टी में शामिल होने का फैसला किया है।”
शर्मा ने रविवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात के बाद कहा था कि वह कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होंगे। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस में बीते 13 महीनों से उन्हें अपमानित किया जा रहा था।
इस पर गोगोई ने कहा, “अगर वह अपमानित महसूस कर रहे थे तो इतने लंबे समय तक पार्टी में क्यों टिके रहे। “
गोगोई ने कहा कि शर्मा एक स्वार्थी व्यक्ति हैं।
उन्होंने कहा, “जो मोदी एक समय में उनके (शर्मा) शत्रु थे, वही आज कैसे उनके नजदीक आ गए।”
गोगोई से पूछा गया कि शर्मा के नहीं रहने से क्या अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस हार जाएगी। उन्होंने कहा, “हम तब भी हारे थे जब शर्मा कांग्रेस में थे। बीते लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को राज्य में सिर्फ तीन सीटें ही मिली थीं।”
ऐसी भी रपट है कि तरुण गोगोई के बेटे गौरव गोगोई के राजनीति में आने से शर्मा असहज हो गए थे। इस पर गोगोई ने कहा, “वह गौरव गोगोई से क्यों डर रहे हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि शर्मा के जाने से कांग्रेस पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।