शिमला, 27 अगस्त (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश के राजस्व मंत्री कौल सिंह ने गुरुवार को कहा कि हिमाचल प्रदेश तथा पंजाब के बीच अस्पष्ट सीमा का फायदा उठाकर चक्की खड्ड में अवैध खनन जारी है।
मंत्री ने विधानसभा में कहा, “कांगड़ा जिले में चक्की खड्ड के किनारे अंतर्राज्यीय सीमा अस्पष्ट है, जिसके कारण पंजाब के अवैध खनन माफिया वहां खनन करते हैं।”
कौल सिंह ने प्रश्नकाल के दौरान कहा कि कांगड़ा के उपायुक्त ने अंतर्राज्यीय सीमा के संयुक्त सीमांकन के लिए इस मुद्दे को 29 जून को पंजाब सरकार के समक्ष उठाया था।
मंत्री ने कहा, “पंजाब सरकार ने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है। उपायुक्त को आगे की कार्यवाही तथा तथ्यात्मक स्थिति पर सरकार को एक रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया गया है, ताकि मुद्दे को आपसी समाधान के लिए उसे पंजाब के साथ सरकार के स्तर पर उठाया जा सके।
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को साल 2005 में भी पंजाब सरकार के समक्ष उठाया गया था।
राज्य विधानसभा में अप्रैल 2012 में निर्दलीय विधायक राकेश पठानिया ने धमकी देते हुए कहा था कि राज्य के नूरपुर इलाके में सक्रिय खनन माफियाओं के खिलाफ वह हथियार उठाएंगे, जिसके बाद सदन में काफी हंगामा मचा था।
उन्होंने राज्य के तत्कालीन उद्योग मंत्री किशन कपूर पर अवैध खनन को संरक्षण देने का आरोप लगाया था।
आधिकारिक सूत्रों ने आईएएनएस से कहा कि चक्की नदी पर 84 साल पुराना रेलवे पुल अवैध खनन के कारण साल 2011 में आई बाढ़ में बह गया।
उत्तर रेलवे ने हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय से कहा था कि पठानकोट व कांगड़ा जिले में चक्की खड्ड में अवैज्ञानिक ढंग से खनन के कारण पुल गिर गया।