पणजी, 9 सितंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि जम्मू एवं कश्मीर सीमा पर साल 2015 के मुकाबले इस साल घुसपैठ में वृद्धि हुई है, लेकिन इसी समय में भारतीय सुरक्षा बलों ने ज्यादा आतंकवादियों का सफाया किया है।
सिंह ने यह भी कहा कि कश्मीर के लोगों के लिए अशांति को बर्दाश्त करना आसान नहीं था और सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने परेशान राज्य के लोगों में ‘संवेदनात्मक बदलाव’ लाने का काम किया है।
गृहमंत्री सिंह ने यहां गोवा शिपयार्ड लिमिटेड को भारतीय तटरक्षक बल के जहाज सारथी को अधिकृत किया। सिंह ने संवाददाताओं से कहा, “घुसपैठ पहली भी होती रही है, लेकिन मैं कह सकता हूं कि पहले की तुलना में साल 2015 में घुसपैठ की संख्या में कमी आई थी, लेकिन इसमें साल 2016 में इजाफा हुआ है, यह सही है।”
उन्होंने कहा, “लेकिन हमारे सुरक्षा बलों, हमारी सेना, हमारे अद्धसैनिक बलों के कमांडो ने आतंकवादियों को खत्म करने में कुछ हद तक ज्यादा सफलता हासिल की है और पहले की तुलना में ज्यादे आतंकियों का सफाया किया है।”
गृहमंत्री ने कहा, “कश्मीर में सुधार है, पहले के मुकाबले हालात बेहतर नियंत्रण में हैं और मैं कह सकता हूं कि आने वाले दिनों में हालात पूरी तरह से नियंत्रण में आ जाएंगे।”
उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार अपनी पूरी कोशिश में है कि कश्मीर के हालात में सुधार हो और इसका मकसद घाटी में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करना है।
सिंह ने कहा, “लोगों के साथ बातचीत वहां जारी है। सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के दौरे के बाद वहां लोगों की अनुभूति में बदलाव आया है। किसी भी आबादी के लिए लंबे समय तक अशांति को बर्दाश्त करना मुश्किल होता है। हम इसे समझते हैं। शांति और सामान्य स्थिति बहाल किया जाना चाहिए, इसके लिए हम काम कर रहे हैं। “
उन्होंने कहा, “सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल वहां के हालात को समझने के लिए गया था। हमारा प्रयास है कि सभी दलों को विश्वास में लेकर अगला कदम उठाया जाए। हम यह कर रहे हैं। “