मॉस्को, 30 अगस्त (आईएएनएस)। रूस की पैरालम्पिक समिति (आरपीसी) की उपाध्यक्ष रीमा बातालोवा का कहना है कि देश के पैरालम्पिक एथलीटों का 2018 शीतकालीन खेलों में शामिल होना थोड़ा मुश्किल साबित हो सकता है, क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय पैरालम्पिक समिति (आईपीसी) ने रूस की सदस्यता बहाली के लिए मानदंड की चर्चा नहीं की है।
रूस के पैरालम्पिक एथलीट इस कारण प्रतियोगिताओं में हिस्सा नहीं ले पाएंगे और न ही अगले साल होने वाले शीतकालीन खेलों के लिए क्वालीफाई कर पाएंगे।
विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) ने जुलाई में अपने स्वतंत्र आयोग की रिपोर्ट के बाद आईपीसी से रूसी पैरालम्पिक टीम को रियो पैरालम्पिक से प्रतिबंधित करने का आग्रह किया था।
आईपीसी ने अगस्त में रूस की पैरालम्पिक टीम पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया।
समाचार एजेंसी ‘आर-स्पोर्ट’ को दिए बयान के अनुसार, बातालोवा ने कहा, “सबसे मुश्किल बात यह है कि हमें आईपीसी की सदस्यता से वंचित कर दिया गया है। इसका मतलब हम प्रतियोगिताओं में हिस्सा नहीं ले पाएंगे और न ही अगले साल शीतकालीन खेलों के लिए क्वालीफाई कर पाएंगे। उन्होंने हमें हमारी सदस्यता बहाली के लिए प्रक्रिया भी नहीं बताई है।”
बातालोवा के अनुसार, आईपीसी का रूस को पैरालम्पिक खेलों से प्रतिबंधित करने का फैसला सबूतों की बजाय मान्यताओं पर आधाकित है।
ब्राजील में पैरालम्पिक खेलों का आयोजन सात से 18 सितम्बर तक रियो डी जनेरियो में होगा।