इस दौरान दोनों पक्षों के बीच पूर्वी चीन सागर में शांति एवं स्थायित्व की हिफाजत के लिए समर्पित करने पर सहमती बनीं।
दोनों पक्ष जल्द से जल्द विशेषज्ञों की छठे दौर की चर्चा आयोजित करने और दोनों देशों के रक्षा मंत्रालयों के बीच आदान-प्रदान बढ़ाने की कोशिशें जारी रखने पर भी सहमत हुए।