नोम पेन्ह, 13 अक्टूबर (आईएएनएस)। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग राजकीय यात्रा पर गुरुवार को कम्बोडिया पहुंचे। इसके बाद वह बांग्लादेश और भारत के लिए रवाना होंगे।
चीन के राष्ट्रपति के रूप में शी की यह दक्षिण-पूर्वी एशियाई देश की पहली यात्रा है। इससे पहले उन्होंने 2009 में उपराष्ट्रपति के तौर पर इस देश का दौरा किया था।
शी इस दौरान कंबोडिया के नरेश नोरोडोम सिहामोनी और रानी मां नोरोडोम मोनिनेथ सिहानौक से मिलेंगे। वह प्रधानमंत्री हुन सेन से भी मिलेंगे।
चीनी अधिकारियों के अनुसार, शी की इस यात्रा के दौरान दोनों देश अपनी विकास रणनीतियों और आपसी व्यावहारिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए सहयोगों की एक श्रृंखला का निष्कर्ष निकालेंगे।
जून में शी और सिहामोनी की बीजिंग में चीन की राजकीय यात्रा के दौरान मुलाकात हुई थी। इस दौरान दोनो पक्षों ने छह साल पहले स्थापित हुई द्विपक्षीय व्यापक सामरिक सहयोगी भागीदारी को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई।
आर्थिक मोर्चे पर चीन फिलहाल कंबोडिया का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार और विदेशी निवेश का स्रोत है। चीन ने द्विपक्षीय सहयोग के साथ व्यापार, निवेश, कनेक्टिविटी, ऊर्जा संसाधन और बुनियादी ढांचे के निर्माण जैसे क्षेत्रों में विस्तार किया है।
चीन के वाणिज्य मंत्रालय के अनुसार, चीन और कंबोडिया के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2015 में 4.43 अरब डॉलर पर पहुंच गया था जो 17.95 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि का संकेत है।
कंबोडिया के बाद शी की बांग्लादेश की यात्रा का कार्यक्रम है जहां वह राष्ट्रपति अब्दुल हामिद और प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ वार्ता करेंगे।
शी इसके बाद भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आमंत्रण पर गोवा में आयोजित होने वाले ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।
यहां नेता ब्रिक्स सहयोग और अन्य वैश्विक एवं क्षेत्रीय मुद्दों पर गहराई से विचारों का आदान प्रदान करेंगे।
शी 17 अक्टूबर को वापस बीजिंग लौट आएंगे।