नई दिल्ली, 31 अगस्त (आईएएनएस)। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने गुरुवार को कहा कि साइबर युद्ध के मामले में भारत में योग्यता और क्षमता में अभी भारी अंतर है और साइबर हमला करने वालों पर लगाम लगाने के लिए इस अंतर को पाटना बेहद जरूरी है।
देश के अग्रणी उद्योग मंडल एसोचैम द्वारा ‘साइबर एंड नेटवर्क सिक्योरिटी’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए रिजिजू ने कहा, “जब मैंने अपने सुरक्षा अधिकारियों से साइबर हमले को लेकर अपनी सुरक्षा की तैयारियों के बारे में समझा तो मुझे अहसास हुआ कि हम इस दुनिया के सामने जितना ही खुलते जाते हैं, हम पर साइबर हमले का खतरा भी उतना ही बढ़ता जाता है।”
रिजिजू ने कहा, “मैं योग्यता को कमतर नहीं कह रहा, लेकिन वास्तविकता यह है कि भारत में साइबर हमलों के खिलाफ योग्यता और क्षमता में भारी अंतर है।”
उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया की सरकारें अपनी जिम्मेदारियां निभा रही हैं और संवैधानिक दायित्वों का निर्वाह कर रही हैं, लेकिन सिर्फ इससे पूरी दुनिया को सुरक्षित नहीं रखा जा सकता।
रिजिजू ने कहा, “सरकार पुलिस और अर्धसैनिक बलों की नियुक्ति कर सुरक्षा मुहैया करा सकती है, लेकिन सरकार और निजी क्षेत्र, खासकर कारोबारी समुदाय, एकदूसरे के सहयोगी हैं और उन्हें मिलकर काम करने की जरूरत है।”
नागरिकों के बीच इसे लेकर जागरूकता फैलाने की जरूरत पर बल देते हुए रिजिजू ने कहा कि एकाधिकारवादी शासन प्रणाली वाले देशों के लिए किसी कानून को बनाना और उसका पालन कराना आसान होता है, लेकिन भारत के मामले में ऐसा नहीं है, क्योंकि यहां कानून का शासन है, कानून के बल पर शासन नहीं है।