अदालत के बयान के मुताबिक गू को गबन, रिश्वत लेने, सरकारी राशि का दुरुपयोग तथा शक्ति के गलत इस्तेमाल का दोषी पाया गया। उन्हें राजनीतिक अधिकारों से जीवन भर के लिए वंचित कर दिया गया और उनकी व्यक्तिगत संपत्ति को जब्त कर लिया गया है।
बयान के मुताबिक, सेना में गू के रैंक को नीचे कर उन्हें लेफ्टिनेंट जनरल बना दिया गया और उनसे संबंधित सभी अवैध धन तथा वस्तुओं को जब्त कर लिया जाएगा। सेना के वकील ने सुनवाई के दौरान उन पर रिश्वतखोरी का आरोप लगाया गया था।