मुंबई, 7 सितम्बर (आईएएनएस)। अनिल अंबानी की रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्च र की सहायक कंपनी, रिलायंस डिफेंस लिमिटेड (आरडीएल) ने सोमवार को कहा कि उसने अबु धाबी शिप बिल्डिंग (एडीएसबी) के साथ एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किया है। इसके तहत दोनों कंपनियां अगले 10 सालों तक खाड़ी सहयोग परिषद के लिए युद्धपोतों का निर्माण करेगी।
रिलायंस समूह ने यहां एक बयान में कहा, “इस एमओयू के तहत आरडीएल और एडीबीएस युद्धपोत बनाने के लिए रणनीतिक साझेदारी स्थापित करने में निवेश कर रही है। इसके तहत अगले 10 सालों तक खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) के लिए फ्रिगेट, विध्वंसक जहाज और विशिष्ट उद्देश्यों वाले जहाजों का निर्माण किया जाएगा।”
बयान के मुताबिक, जीसीसी के क्षेत्रीय प्रावधान के तहत एडीएसबी को इन जहाजों के रखरखाव, मरम्मत जैसे अनेक कार्यो का भी ठेका मिल सकता है।
इस साझेदारी के लिए रिलायंस हाल ही में ही अधिग्रहीत कंपनी पिपावाव डिफेंस का उपयोग करेगी।
पिपावाव भारतीय नौसेना के लिए 60,000 करोड़ रुपये में छह अत्याधुनिक पनडुब्बी बनाने के एक ठेके की भी प्रबल दावेदार है।
कंपनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हाल की संयुक्त अरब अमीरात यात्रा के दौरान दोनों देशों में भारत में रक्षा उकरण के निर्माण के लिए सहयोग पर भी बातचीत हुई थी।