कोच्चि, 6 अक्टूबर (आईएएनएस)। भुने हुए नारियल, भुनी दालों, मसालों, नारियल के दूध और सूखे नारियल से तैयार केरल के पारंपरिक चटनी पाउडर की विदेशों में बढ़ी मांग के कारण इसके निर्यात में वृद्धि हुई है।
प्रोटीन और रेशे से भरपूर इस चटनी को आमतौर पर चावल, इडली या डोसा के साथ खाया जाता है।
कोकोनट डेवलपमेंट बोर्ड (सीडीबी) के मुताबिक, पिछले वित्त विर्ष में इसका निर्यात 85,949 डॉलर यानी 56 लाख रुपये तक पहुंच गया।
2012-13 में किए गए 41.57 लाख रुपये मूल्य के निर्यात से वर्ष के अंत तक यानी वित्त वर्ष की समाप्ति से एक तिमाही पूर्व ही 67 लाख रुपये मिलने का अनुमान है।
सीडीबी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले कुछ वित्त वर्षो में नारियल चटनी के निर्यात के आंकड़ों में लगातार बढ़ोतरी हुई है।
दीप्ति विजयन द्वारा तैयार सीडीबी कि रिपोर्ट के मुताबिक, संयुक्त अरब अमीरात केरल चटनी का सबसे बड़ा निर्यातक है। इसके बाद दूसरे नम्बर पर केरल चटनी की मांग अमेरिका में है। निर्यात का बड़ा हिस्सा खाड़ी देशों में भेजा जाता है जहां केरल मूल के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं।
विजयन ने कहा, “नवीनता, परंपरा और मध्यम निवेश के कारण इस उत्पाद में काफी दम है। निर्यातक इसका लाभ उठा सकते हैं।”