नई दिल्ली, 12 जनवरी (आईएएनएस)। विनिर्माण गतिविधियों में अक्टूबर में तेजी की जगी उम्मीद नवंबर में धराशायी हो गई। देश का औद्योगिक उत्पादन नवंबर 2015 में 3.19 फीसदी घट गया, जबकि अक्टूबर में इसमें 9.87 फीसदी वृद्धि दर्ज की गई थी।
इसके साथ ही उपभोक्ता महंगाई दर दिसंबर में बढ़कर 5.661 फीसदी हो गई। यह जानकारी मंगलवार को केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जारी दो आंकड़ों से मिली।
औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के आंकड़ों के मुताबिक, प्रथम आठ महीनों (अप्रैल-नवंबर अवधि) में भी औद्योगिक उत्पादन विकास दर घटकर 3.9 फीसदी दर्ज की गई, जो प्रथम सात महीनों में 4.8 फीसदी थी।
नवंबर में विनिर्माण उत्पादन 4.4 फीसदी कम रहा। इस दौरान बिजली उत्पादन 0.7 फीसदी बढ़ा तथा खदान उत्पादन 2.3 फीसदी अधिक रहा।
प्रथम आठ महीनों में विनिर्माण उत्पादन 3.9 फीसदी बढ़ा और बिजली तथा खदान उत्पादन भी क्रमश: 4.6 फीसदी और 2.1 फीसदी बढ़ा।
देश की उपभोक्ता महंगाई दर दिसंबर 2015 में बढ़कर 5.61 फीसदी दर्ज की गई, जो नवंबर में 5.41 फीसदी थी।
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आंकड़े के मुताबिक, दिसंबर में उपभोक्ता महंगाई दर गांवों में 6.32 फीसदी रही, जबकि शहरों में 4.73 फीसदी रही।
इस दौरान पूरे देश के लिए खाद्य महंगाई दर 6.4 फीसदी रही, जो नवंबर में 6.07 फीसदी थी। उपभोक्ता खाद्य महंगाई दर गांवों में 6.41 फीसदी तथा शहरों में 6.31 फीसदी रही।
इस दौरान दलहन की महंगाई दर साल-दर-साल आधार पर 45.92 फीसदी रही।
समीक्षाधीन महीने के दौरान कुल मिलाकर विनिर्माण क्षेत्र के 22 उद्योग समूहों में से 17 में नकारात्मक वृद्धि देखी गई।
रत्न एवं आभूषण (253.7 फीसदी), शर्करा मशीनरी (78 फीसदी), ल्यूब्रिकेंट ऑयल (66.5 फीसदी), वुड फर्निचर (46.9 फीसदी), पीवीसी पाइप्स तथा ट्यूब्स (46.9 फीसदी) तथा शर्करा में 25.7 फीसदी वृद्धि देखी गई।
इसके अलावा, केबल, रबर इंसुलेट, पॉलीथिन बैग, ट्रैक्टर्स, कंडक्टर तथा एलुमिनियम व तीन पहिया वाहनों में उच्च नकारात्क वृद्धि दर्ज की गई।
दिल्ली क्षेत्र में महंगाई का स्तर 4.53 फीसदी रहा।
फिक्की के अध्यक्ष हर्षवर्धन नेउतिया ने एक बयान में कहा, “निर्यात की धीमी गति विनिर्माण की वृद्धि पर प्रभाव डाल सकती है।”