दक्षिणी चीन के गुआंगडोंग प्रांत की राजधानी ग्वांगझू में सन-यात सेन यूनिवर्सिटी की एक प्रयोशाला में प्राकृतिक जीवाणु वाले नर मच्छरों का पालन किया जा रहा है। वोल्बेचिया नामक यह मच्छर मादा मच्छरों को बांझ बनाकर मच्छरों की जनसंख्या और मच्छर जनित रोग का संचरण रोक सकता है।
अपनी तरह की यह सबसे बड़ी प्रयोगशाला 3,500 वर्ग मीटर में फैली हुई है और चार भांगों में बंटी हुई है। इस प्रयोगाशाला का प्रत्येक भाग 50 लाख वोल्बेचिया जीवाणु वाले नर मच्छरों का पालन करने की क्षमता रखता है।
प्रयोगशाला के वैज्ञानिकों ने बताया है कि मच्छरों की छानने की प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है, फिलहाल अधिक कुशल स्वचालित छानने की प्रक्रिया की ओर काम किया जा रहा है।
सभी प्रक्रियाओं के पूरा होने के बाद इन मच्छरों को छोड़ दिया जाएगा।
इस परियोजना के नेतृत्वकर्ता शी जियोंग ने बताया, “मादा मच्छर अपने जीवनकाल में नर के साथ केवल एक बार ही समागम करती हैं, इसलिए हम इनका समागम अपने वोल्बेचिया मच्छरों के साथ ही कराना चाहते हैं। मादा मच्छर से जो लार्वा निर्मित होगा, उससे प्यूपा विकसित नहीं होगा।”