शिवसेना ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि एनडीए गठबंधन को महाराष्ट्र नवनिर्मण सेना की जरूरत नहीं है। शिवसेना नेता और प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि एनडीए में एमएनएस और राज ठाकरे की जरूरत नहीं है।
संजय राउत ने दावा किया कि शिवसेना और बीजेपी महाराष्ट्र में चालीस सीटों पर लोकसभा चुनाव जितेगी। उन्होंने साफ किया कि मराठी वोट शिवसेना के साथ है और एमएनएस के एनडीए में आने के रास्ते बंद हो चुके हैं। इस तरह से शिवसेना ने अब यह खुले शब्दों में कह दिया है कि उसे एनडीए में राज का आना कतई पसंद नहीं है। अब शिवसेना के इस रूख से बीजेपी की दोनों भाईयों को साथ लाने की कोशिश फिलहाल नाकाम होती नजर आ रही है।
गौर हो कि भाजपा के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी ने सोमवार को राज ठाकरे से मुलाकात की जिससे यह अटकल तेज हो गई कि भाजपा आगामी चुनाव के लिए मनसे प्रमुख को राजग में लाने का प्रयास कर रही है। इस मुलाकात के बाद महाराष्ट्र की सियासत गरमा गई है।
जबकि शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने दोनों की दोस्ती पर विरोध जाहिर किया है। शिवसेना के मुखपत्र सामना में उद्धव ने कहा है कि बीजेपी में कम्यूनिकेशन की कमी है। उन्होंने इस बारे में भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह से भी फोन पर बातचीत की है। लेकिन गडकरी ने कहा कि उनकी राज से बैठक को लेकर शिवसेना के लिए नाराज होने का कोई कारण नहीं है।