जिस बात का डर था, वही हुआ। रिजर्व बैंक ने शेयर बाजार और ग्राहकों की उम्मीदों को दरकिनार करते हुए पॉलिसी दरों में कोई बदलाव न करने का कड़ा फैसला किया।
दरअसल, महंगाई दर में मामूली कमी आई है, लेकिन भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के मुताबिक यह इतनी नहीं कि पॉलिसी दरों में कमी जा सके। इसके अलावा रुपए की रिकॉर्ड कमजोरी ने भी उसके हाथ थामे रखे।
सोमवार सुबह हुई मौद्रिक समीक्षा में नकद आरक्षी अनुपात (सीआरआर) को 4 फीसदी पर बरकरार रखा गया। इसके अलावा रेपो रेट (7.25 फीसदी), रिवर्स रेपो रेट (6.25 फीसदी) को भी जस का तस रखा गया है।
बैंक रेट 8.25 फीसदी के स्तर पर ही बरकरार रहेगा। आरबीआई का कहना है कि खाने पीने की चीजों पर अब भी महंगाई दर का असर जारी है, ऐसे में दरों में कमी नहीं की जा सकती।
अगली पॉलिसी का ऐलान 30 जुलाई को होना है और इसमें कमी की जाती है या नहीं, यह महंगाई और रुपए की स्थिति पर निर्भर करेगा।