(खुसुर-फुसुर)– भोपाल के एक नामी-गिरामी बिल्डर के संस्थान पर आयकर का छापा पड़ा ,पांच दिनों की कड़ी मेहनत के बाद भी विभाग को कुछ नहीं मिला हाँ बिल्डर के संस्थान की फाका-मस्ती जरूर सामने आई.पांच दिन विभाग के अधिकारीयों के साथ गुजारने के बाद अब ये साहब अपने उन दिनों को कोसते फिर रहे हैं जब वे इसके पीछे के मुख्य कारक के कसीदे हरदम गढ़ते थे या पूजा करते थे लेकिन अब उनका भ्रम दूर हो गया है और वे कोस भी नहीं सकते क्योंकि अभी सबकुछ वही है.
खैर ये महाशय वही हैं जिन्होंने एक चैनल के साथ मिल का सत्ता-पक्ष के कसीदे पढ़े थे और जमीनों के रूप में अपना माल गंवाया था .