काबुल, 14 जनवरी (आईएएनएस)। अफगान तालिबान ने रविवार को उन खबरों को खारिज कर दिया जिसमें तुर्की में एक शांति वार्ता में तालिबान के प्रतिनिधिमंडल के भाग लेने की बात कही गई थी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, तालिबान के तथाकथित प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने एक ऑनलाइन बयान में कहा, “इस्लामिक अमीरॉत ऑफ अफगानिस्तान के प्रतिनिधिमंडल की तुर्की में वार्ता में भाग लेने की बात निराधार है।”
तालिबान आतंकवादी अपने शासनकाल (1996-2001) के दौरान इस्तेमाल किए गए नाम इस्लामिक अमीरात का प्रयोग करते हैं।
मुजाहिद ने एक बयान में कहा, “हमने ना तो कोई प्रतिनिधिमंडल भेजा है और ना ही कोई भागीदार इस्लामिक अमीरात का प्रतिनिधित्व कर सकता है। इस तरह की फर्जी प्रक्रियाएं जिहाद के खिलाफ खुफिया व विरोधियों का कार्य हैं।”
अफगान मीडिया ने शनिवार को अपनी रिपोर्ट में कहा था कि इस्ताम्बुल में अंतर-अफगान शांति वार्ता अफगानिस्तान में दशकों से जारी विवाद को खत्म करने के लिए हो रही है।
रिपोर्ट में कहा गया कि इस बैठक का आयोजन तुर्की की सरकार के सहयोग से किया गया है।
अफगानिस्तान सरकार ने 2010 में आतंकवादियों के साथ शांति व सामंजस्य की पहल शुरू की, लेकिन तालिबान नेताओं ने बार-बार इसे खारिज किया है।