लखनऊ , 6 जुलाई (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि प्रदेश के विकास के लिए सभी वर्गो की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था की तरक्की के लिए सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों की बेहतरी के लिए वर्तमान राज्य सरकार गंभीरता से काम कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार द्वारा बनाई गई नीतियों में अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति के उद्यमियों को विशेष प्रोत्साहन देने के लिए जरूरत के मुताबिक निर्णय लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री सोमवार को अपने सरकारी आवास पर मिलिंद काम्बली के नेतृत्व में आए दलित इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज (डीआईसीसीआई) के प्रतिनिधिमंडल से मिलने के बाद अपने विचार व्यक्त कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों एवं किसानों के विकास से सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों को कच्चा माल आसानी से एवं सस्ते दर पर उपलब्ध होगा।
एक्सप्रेस-वे के निर्माण की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इस एक्सप्रेस-वे के बन जाने से यहां के किसानों एवं उद्यमियों को बड़े बाजार उपलब्ध होंगे, जिसके फलस्वरूप प्रदेश के सभी क्षेत्रों का तेजी से विकास होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश हस्तशिल्प प्रोत्साहन नीति तथा उत्तर प्रदेश सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम क्रय नीति का सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। इस प्रकार के उद्योगों से निर्यात लगातार बढ़ रहा है। इसके साथ ही रोजगार के अवसर भी बड़ी संख्या में बढ़ रहे हैं।
इस मौके पर काम्बली ने कहा कि सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग प्रदेश की विकास दर को आगे बढ़ाने में काफी मदगार साबित होते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के औद्योगीकरण के लिए सराहनीय काम कर रही है।
उन्होंने आग्रह किया कि राज्य सरकार द्वारा प्रत्येक स्तर के उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई नीतियों में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति को विशेष रूप से प्रोत्साहित करने के लिए व्यवस्था की जाए, ताकि इन वर्गो के उद्यमियों को वित्तीय एवं अन्य प्रकार की सहायता मिल सके।