स्टेट एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ वर्क सेफ्टी द्वारा जारी किए गए इन दिशानिर्देशों में दहनशील पदार्थो के साथ कार्यस्थलों पर सुरक्षा प्रबंधन की जरूरतों, तकनीकी विस्फोट रोधी उपाय, धूल निपटान संबंधी प्रौद्योगिकी और उपकरणों व अन्य सुविधाओं के साथ आग से बचाव के अन्य मुख्य सुरक्षा उपायों को शामिल किया गया है।
एडमिनिस्ट्रेशन के एक अधिकारी के मुताबिक, ये दिशानिर्देश चीन में हुए दो घातक विस्फोटों से सबक सीखते हुए उठाए गए हैं ताकि भविष्य में इस तरह की समान घटनाओं से बचा जा सके। पूर्वी चीन के जियानग्शू प्रांत के कुनशान की एक कार्यशाला में दो अगस्त 2014 को एक विस्फोट हुआ था, जिसमें 146 लोगों की मौत हो गई थी।
जांच में पता चला कि कार्यशाला में रखे ज्वलनशील पदार्थो में विस्फोट के बाद हवा के जरिए आग तेजी से फैली। इस साल 27 जून को भी ताइवान के एक वाटर पार्क में आग लग गई थी, जिसमें लगभग 500 लोग घायल हो गए थे।
इन दिशानिदेर्शो के तहत कार्यस्थलों पर सावधानी बरतने और अग्निकांड से बचाव व सुरक्षा के लिए नियमों में सुधार करने पर जोर दिया गया है।