तिरुवनंतपुरम, 31 जुलाई (आईएएनएस)। केरल के पर्यटन उद्योग को जल्द ही अतिरिक्त बढ़ावा मिलने जा रहा है। क्योंकि केरल सरकार न सिर्फ होमस्टे योजना को कारगर बनाने की दिशा में कदम उठाएगी, बल्कि इसे बढ़ावा भी देगी।
होमस्टे योजना के जरिए सैलानी स्थानीय परिवारों से कमरे किराए पर लेते हैं।
राज्य के पर्यटन मंत्री ए.पी.अनिल कुमार ने आईएएनएएस को बताया, “हमने अपने विभिन्न पर्यटन रोड शो के जरिए यह पता लगाया है कि हमारे राज्य में गांव के दैनिक जीवन का अनुभव करने की अच्छी खासी मांग है और इसके लिए हम होमस्टे की सेवा उपलब्ध करा इसका लाभ भुना सकते हैं।”
उन्होंने कहा कि विभाग में लगभग 1,000 होमस्टे दर्ज हैं।
कुमार ने कहा, “हम होमस्टे कारोबार को कारगर बनाने की प्रक्रिया में है। हम पहले ही बिजली की दरों में कटौती कर चुके हैं।”
पिछले पांच सालों में होमस्टे के तहत उपलब्ध कुल कमरों की संख्या दोगुनी हो गई है और इसने 80,000 के स्तर को पार कर लिया है।
केरल होमस्टे एंड टूरिज्म सोसाइटी (केरल एचएटीएस) के निदेशक एम.सी.सिवदातन ने कहा कि इसके समक्ष कई मुद्दे हैं लेकिन राज्य सरकार इन्हें सुलझाने में जुटी हुई है।
होमस्टे का शुल्क दैनिक आधार पर 300 रुपये से लेकर अधिकतम 5,000 रुपये तक का है। आमतौर पर यह दर उपलब्ध कराई गई सुविधाओं के आधार पर तय की जाती है।