यह सहमति अमेरिका के उप राष्ट्रपति जो बाइडन की तुर्की यात्रा के दौरान बनी। बाइडन ने तुर्की के प्रधानमंत्री अहमत दावुतोग्लू के साथ शनिवार को एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, “यदि हम इस समस्या के राजनीतिक समाधान पर पहुंचें तो यह बेहतर होगा, लेकिन यदि ऐसा नहीं हुआ तो हम इसके सैन्य समाधान और आईएस को पूरी तरह खत्म कर डालने के लिए भी तैयार हैं।”
वहीं, दोवातोग्लू ने कहा कि सीरिया का शासन, आतंकवादी संगठन आईएस और सीरियन कुर्दिश पीपुल्स प्रोटेक्शन यूनिट्स (वाईपीजी) तुर्की के लिए तीन सबसे बड़े खतरे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रतिबंधित कुर्दिश वर्कर्स पार्टी (पीकेके) से संबद्ध वाईपीजी तुर्की में आतंकवाद को बढ़ावा दे रही है।
बाइडन ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में तुर्की के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए पीकेके को आतंकवादी संगठन बताया और कहा कि यह शांति बहाली नहीं चाहता।
तुर्की के सुरक्षा बल पीकेके के आतंकवादियों के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं, जो पिछले जून से ही तुर्की के दक्षिण-पूर्वी हिस्से को स्वायत्त कराने के लिए सक्रिय हैं।