शैलेंद्र फिलहाल जांच के दायरे में है। उसके मोबाइल एसएमएस खंगाले जाने पर यह बात भी सामने आई है कि प्रदेश के दो पूर्व डीजीपी इस महाठग के जरिए ट्रांसफर-पोस्टिंग में मातहत कर्मचारियों व अधिकारियों से पैसे लेते थे।
डॉ. नूतन ने सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव, अमर सिंह समेत अन्य सपा नेताओं के साथ शैलेंद्र की तस्वीर भी पेश की है, जो इनके गहरे संबंध का प्रमाण है। इसके अलावा उन्होंने ने व्यक्तिक परिचय पत्र और सपा की प्रारंभिक सदस्यता के लिए भरा गया फॉर्म भी प्रमाण स्वरूप उपलब्ध कराते हुए सपा प्रवक्ता के बयान का खंडन किया है।
सपा ने आधिकारिक बयान में आगरा के शैलेंद्र अग्रवाल से किसी भी प्रकार के संबंधों से लगातार इनकार किया है। पार्टी प्रवक्ता राजेंद्र चैधरी ने 12 जून को जारी प्रेस विज्ञप्ति में भी शैलेंद्र की सपा से संबंधों की बात नकारी थी।
डॉ. नूतन ने गुरुवार को समाचार एजेंसी आईपीएन के समक्ष कई ऐसे अभिलेख प्रस्तुत किए हैं, जो सपा के दावे को झूठलाते हैं। इनमें शैलेंद्र को सपा व्यापार सभा का प्रदेश उपाध्यक्ष बनाए जाने संबंधी पत्र के साथ उनका वर्ष 2008 तक की साधारण और सक्रिय सदस्यता की रसीद और पार्टी फंड को दिए चंदे की रसीद शामिल हैं।
उन्होंने महाठग शैलेंद्र के मुलायम सिंह व अन्य पार्टी नेताओं के साथ कई तस्वीरें भी मीडिया के सामने रखीं।