शी ने पत्र में कहा है कि ऐतिहासिक अध्ययन सभी सामाजिक विज्ञान का आधार है। इतिहास अतीत को समझने, वर्तमान को सहेजने और भविष्य का निर्माण करने के लिए मनुष्य में बुद्धि का विकास करता है।
शी ने कहा कि चीन ऐतिहासिक अध्ययनों पर बहुत ज्यादा ध्यान देता है और यह ऐसा प्राचीन समय से ही करता रहा है, फलस्वरूप इसने अनगिनत ऐतिहासिक दस्तावेजों की रचना की है।
शी ने कहा, “प्रत्येक देश के विकास का अपना एक मार्ग होता है, इसलिए देश को दूसरे के विकल्पों का आदर करना चाहिए। एक बेहतर भविष्य के निर्माण के लिए आपसी समझ को गहरा करना जरूरी है।”
उन्होंने चीनी राष्ट्र के कायाकल्प के लिए इतिहासकारों से गंभीरता प्रदान करने को कहा।
इंटरनेशनल कांग्रेस ऑफ हिस्टोरिकल साइंसेज का आयोज हर पांच वर्ष के दौरान होता है। पहली बार यह सन् 1900 में आयोजित हुआ था। पहली बार कांग्रेस का आयोजन किसी एशियाई देश में हो रहा है।
जिनान के शांगदोंग युनिवर्सिटी में आयोजित कांग्रेस में 90 देशों व क्षेत्रों के 2,600 प्रतिनिधिमंडल ने हिस्सा लिया।