समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती के अनुसार क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कॉव ने कहा, “निश्चित तौर पर यह गंभीर चिंता की बात है। हम हालात पर निगाह रखे हुए हैं और उम्मीद जताते हैं कि इन जटिल हालात में सभी क्षेत्रीय व संबंधित देश संयम व संतुलित दृष्टिकोण दर्शाएंगे।”
इससे पहले दिन में उत्तर कोरिया की सरकार व विदेश मंत्रालय ने दो बयान जारी किए, जिसमें संयुक्त राष्ट्र के नए प्रस्तावों की निंदा की गई और इसके खिलाफ दृढ़ उपायों की चेतावनी दी गई।
उत्तर कोरिया ने छह जनवरी को अपना चौथा परमाणु परीक्षण किया था। इसके बाद सात फरवरी को उसने एक लंबी दूरी के रॉकेट का प्रक्षेपण किया। उत्तर कोरिया के इस कदम की अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने कड़ी निंदा की।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने बुधवार को एकमत से उत्तर कोरिया के खिलाफ प्रतिबंध लगाया, जिसमें कोयला, लोहा, लौह अयस्क, सोना, टाइटेनियम अयस्क, वेनाडियम अयस्क व दुर्लभ धातुओं के उत्तर कोरिया द्वारा निर्यात पर पाबंदी शामिल है।