दक्षिण कोरिया के रक्षा प्रशासन ने बताया कि इस रॉकेट का लांच उत्तर कोरिया के तोंगचांग-री प्रक्षेपण स्टेशन से सुबह लगभग 9.30 बजे( स्थानीय समयानुसार) किया गया।
दक्षिण कोरिया की सेना ने अपने निगरानी उपकरणों की मदद से रॉकेट के लांच के कुछ ही मिनटों बाद इसे पहचान लिया।
इस लांच के पहले चरण के तहत यह दक्षिण कोरिया के पश्चिमी जलक्षेत्र में गिरा। इसके बाद रॉकेट का अतिरिक्त मलबा जेजू द्वीप के पास समुद्र में जा गिरा।
सेना ने बताया कि यह रॉकेट सुबह 9.36 बजे दक्षिण कोरिया की सेना के रडार से ओझल हो गया। हालांकि, अभी रॉकेट लांच की अंतिम पुष्टि के लिए अधिक जांच करने की जरूरत होगी।
दक्षिण कोरिया की राष्ट्रपति पार्क ग्युन हे ने रॉकेट लांच के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (एनएससी) के साथ एक आपातकाल बैठक बुलाई।
दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रालय ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के साथ आपातकाल बैठक बुलाने का आग्रह किया। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने उत्तर कोरिया पर किसी भी तरह की बैलिस्टिक मिसाइल के परीक्षण पर पाबंदी लगा रखी है।
दक्षिण कोरिया के परिवहन मंत्रालय ने बताया कि इस रॉकेट लांच से देश के नागरिक विमान और जहाज को नुकसान नहीं पहुंचा है।
दक्षिण कोरिया और अमेरिका ने संयुक्त रूप से उत्तर कोरिया के इस रॉकेट लांच के सफल होने का अंदाजा लगाया है।