रिपोर्ट में एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा, “यह परीक्षण हाइड्रोजन बम से संबंधित किसी प्रकार के अवयव का आंशिक रूप से सफल या असफल परीक्षण हो सकता है।”
अधिकारी ने कहा कि यह आकलन परीक्षण से संबंधित आंकड़ों के नवीनतम खुफिया विश्लेषण की सावधानीपूर्वक जांच पर आधारित है।
अधिकारी ने कहा कि अमेरिका हालांकि अभी भी इस बात से इंकार कर रहा है कि प्योंगयांग ने हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया है। परीक्षण के दावे के बाद वायु के नमूने की जांच में परीक्षण की पुष्टि नहीं हुई है, जिसके कारण वाशिंगटन ने सिस्मिक (भूकंप से संबंधित) आंकड़ों की समीक्षा की।
प्योंगयांग ने छह जनवरी को एक परमाणु उपकरण का परीक्षण किया, जिसे उत्तर कोरिया ने हाइड्रोजन बम का सफल परीक्षण करार दिया था।
अधिकारी ने कहा कि विश्लेषण में यह बात सामने आई है कि परीक्षण जमीन के काफी अंदर किया गया, जो हाइड्रोजन बम के परीक्षण के लिए उपयुक्त होता है।
सिस्मिक घटनाओं व खुफिया जानकारी के मुताबिक, इस बात की ओर संकेत नहीं जाता कि यह हाइड्रोजन बम का परीक्षण था। भले ही प्योंगयांग इसे हाइड्रोजन बम का सफल परीक्षण करार दे रहा हो, लेकिन अमेरिका का मानना है कि यह उसके एक अवयव का परीक्षण था, जिसमें विस्फोट हुआ।
अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता मार्क टोनर ने गुरुवार को कहा कि अमेरिका का अब भी यही मानना है कि प्योंगयांग ने हाइड्रोजन बम का परीक्षण नहीं किया है।