जौनपुर, 8 मई (आईएएनएस/आईपीएन)। उत्तर प्रदेश में विशेष न्यायाधीश के आदेश पर पुलिस अभिरक्षा में प्रेमिका को उसके प्रेमी के घर रतासी गांव पहुंचाया गया। काफी दिनों बाद दोनों फिर एक हो गए। यह बात पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।
जौनपुर, 8 मई (आईएएनएस/आईपीएन)। उत्तर प्रदेश में विशेष न्यायाधीश के आदेश पर पुलिस अभिरक्षा में प्रेमिका को उसके प्रेमी के घर रतासी गांव पहुंचाया गया। काफी दिनों बाद दोनों फिर एक हो गए। यह बात पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।
मामला इलाके के रतासी गांव का है, जहां रहने वाले एक गैर बिरादरी के युवक-युवती आपस में प्रेम करते थे। प्रेम परवान चढ़ा और दोनों घर से भाग निकले और अदालत में जाकर शादी कर ली।
दलित लड़की के पिता ने तहरीर दी कि मेरी बेटी को गांव का ही एक मौर्य बिरादरी का लड़का बहला फुसला कर भगा ले गया।
पुलिस ने कार्रवाई करते हुए फत्तूपुर रेलवे क्रासिंग से पकड़कर लड़के को जेल और लड़की को नारी संरक्षण गृह भेज दिया। लड़का कुछ माह बाद जेल से छूट गया। जबकि लड़की को नारी संरक्षण गृह जैतपुरा वाराणसी से विशेष न्यायाधीश के आदेश पर पुलिस अभिरक्षा में लड़के के घर रतासी लाया गया, जहां आवश्यक लिखा-पढ़ी के बाद उसे ससुराल पक्ष के लोगों को सौंप दिया गया।