परिजनों ने आनन-फानन में ग्रामीणों की मदद से दोनों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उपचार के दौरान ओझा की मौत हो गई। उसकी पत्नी की हालत गंभीर बनी हुई है।
चकरिया गांव निवासी लल्लन ने बताया कि गांव के ही रामसनेही के पिता की मौत एक वर्ष पहले बीमारी से हो गई थी, लेकिन रामसनेही अपने पिता की मौत का जिम्मेदार गांव के ही कथित ओझा 50 वर्षीय रामचंद्र को मान रहा था।
ताजा मामले में अपने पिता की मौत का बदला लेने के लिए रामसनेही ने धारदार हथियार के साथ ओझा के घर पहुंचकर रामचंद्र पर हमला बोल दिया। चीख-पुकार सुन उसकी 45 वर्षीया पत्नी कलपतिया बीच-बचाव करने पहुंची तो रामसनेही ने उसे भी घायल कर दिया।
घटना की जानकारी मिलने पर स्थानीय लोगों ने रामचंद्र व उसकी पत्नी को गंभीर हालत में जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां उपचार के दौरान रामचंद्र की मौत हो गई।
पुलिस अधीक्षक रामलाल वर्मा ने कहा कि रामसनेही के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।