हमीरपुर, 23 जून (आईएएनएस/आईपीएन)। उत्तर प्रदेश में बुंदेलखंड क्षेत्र के हमीरपुर और उरई (जालौन) में मौरंग माफियाओं के जरिए बेतवा नदी में बनाए गए अवैध अस्थायी पुलों पर प्रशासन का बुलडोजर दूसरे दिन मंगलवार को भी चला। एसडीएम के नेतृत्व में टीम ने तीन अवैध पुलों को जेसीबी मशीन से तोड़ा और पड़ोसी जनपद उरई में भी बेतवा में बनाए गए एक दर्जन से ज्यादा अस्थायी पुलों को तोड़ा गया। इस कार्रवाई से मौरंग माफियाओं में हड़कंप मचा है।
हमीरपुर, 23 जून (आईएएनएस/आईपीएन)। उत्तर प्रदेश में बुंदेलखंड क्षेत्र के हमीरपुर और उरई (जालौन) में मौरंग माफियाओं के जरिए बेतवा नदी में बनाए गए अवैध अस्थायी पुलों पर प्रशासन का बुलडोजर दूसरे दिन मंगलवार को भी चला। एसडीएम के नेतृत्व में टीम ने तीन अवैध पुलों को जेसीबी मशीन से तोड़ा और पड़ोसी जनपद उरई में भी बेतवा में बनाए गए एक दर्जन से ज्यादा अस्थायी पुलों को तोड़ा गया। इस कार्रवाई से मौरंग माफियाओं में हड़कंप मचा है।
हमीरपुर व जालौन के खनिज सर्वेयर विजय भूषण तिवारी ने दूरभाष पर बताया कि सरीला क्षेत्र के इछौरा जिटकिरी ग्रामों के पास बेतवा नदी की जलधारा रोकर अवैध रूप से पुल बनाए गए थे। इन पुलों को जिलाधिकारी संध्या तिवारी के कड़े निर्देश के बाद एक अभियान के दौरान तोड़ा गया। टीम में जिला खनिज अधिकारी रामकुमार व सीओ के अलावा भारी पुलिस बल शामिल है।
टीम का नेतृत्व एसडीएम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि टीम बेतवा नदी और अन्य नदियों का निरीक्षण कर यह पता कर रही है कि कहीं अवैध अस्थायी पुल बनाकर नदियों की जलधारा तो नहीं रोकी गई है। खनिज सर्वेयर का कहना है कि अभी तक हमीरपुर जिले में आधा दर्जन अवैध पुलों पर बुलडोजर चला है, जबकि पड़ोसी उरई (जालौन) जिले में भी करीब एक दर्जन अवैध अस्थायी पुलों को तोड़ा गया। पुलों को तोड़े जाने से मौरंग खदानों में पानी भर गया है, जिससे मौरंग पट्टेदारों और माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है।
कदौरा क्षेत्र के एक मौरंग खदान से जुड़े पट्टेदार का कहना है कि अस्थायी पुलों को तोड़े जाने से उनके खदान में नदी का पानी भर गया है।
जिलाधिकारी संध्या ने बताया कि किसी भी नदी की जलधारा को रोकर अस्थायी पुल बनाना अवैधानिक है और ऊपर से निर्देश के बाद टीम को अभियान चलाकर अवैध पुलों को तोड़ने में लगाया गया है। उनका कहना है कि यह अभियान अभी आगे भी चलता रहेगा।
गौरतलब है कि काफी समय से मौरंग माफियाओं ने बेतवा नदी की जलधारा रोकर अस्थाई पुल बना दिया था। इस पुल के जरिए मौरंग का परिवहन पड़ोसी जिले जालौन की ओर चल रहा था। पिछले दिनों टीम ने पुलिस बल के साथ रिरुआ बसरिया में जाकर ताबड़तोड़ कार्रवाई कर तीन पुलों को तोड़ा था।
जानकारों की मानें तो किसी भी नदी की जलधारा को रोककर अवैध पुल बनाना और उससे मौरंग का परिवहन कर शासन को करोड़ों रुपये की चपत मौरंग माफिया लगा रहे थे। इस मामले की शिकायतें शासन को मिलती रही हैं।