हसनगंज के त्रिवेणीनगर-प्रथम में अबूबकर अपने परिवार के साथ रहते हैं। उनका 30 वर्षीय बेटा शाह आलम मर्चेट नेवी में तैनात था। शनिवार की दोपहर परिवार के सभी लोग अमीनाबाद गए हुए थे। वे लोग शाम 5 बजे घर लौट तो देखा कि शाह आलम के कमरे का दरवाजा बंद है।
परिवार के लोगों ने किसी तरह दरवाजा तोड़ा और अंदर पहुंचे तो शाह आलम का शव पंखे में लटक रहा था। परिवार वालों ने किसी तरह उसे फंदे से नीचे उतारा और उसे लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सूचना पाकर मौके पर पहुंची हसनगंज पुलिस ने छानबीन के बाद शाह आलम के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस का मानना है कि शाह आलम ने अवसाद के चलते आत्महत्या की है।