Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the js_composer domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home4/dharmrcw/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121
 उप्र में अब डकैतों की भी होगी पूजा! | dharmpath.com

Sunday , 15 June 2025

Home » भारत » उप्र में अब डकैतों की भी होगी पूजा!

उप्र में अब डकैतों की भी होगी पूजा!

इस बार वार्षिकोत्सव इसलिए खास है, क्योंकि इस मौके पर दस्य शिवकुमार उर्फ ददुआ, उसकी मां कृष्णा देवी, पिता रामप्यारे सिंह लंबरदार, पत्नी सियादेवी उर्फ बड़ी बुइया की मूर्तियों का मंदिर परिसर में अनावरण की तैयारी भी जा रही है।

इस दस दिवसीय समारोह की बागडोर ददुआ के भाई एवं पूर्व सांसद बाल कुमार संभाल रहे हैं।

जानकारी मिली है कि जयपुर में सभी की मूर्तियां तैयार हो गई हैं। एक-दो दिन में वे मंदिर परिसर में आ जाएंगी। समारोह का समापन 14 फरवरी को बड़े भंडारे के साथ होगा।

तीन दशक तक बीहड़ की बादशाहत करने वाले ददुआ ने हनुमान मंदिर की नींव वर्ष 2000 में रखी थी। 14 फरवरी वर्ष 2006 में मंदिर में राम-जानकी व भगवान शंकर व हनुमान जी की मूर्तियों की स्थापना धूमधाम से कराई थी। उस समय चप्पे-चप्पे पर फोर्स लगी होने के बाद भी ददुआ भेष बदल कर आया और मंदिर में पूजा कर चला गया था। मंदिर में हर साल समारोह कराया जाता है।

इस साल मंदिर प्रांगण में इनकी चार मूर्तियां स्थापित कराने के आयोजन को लेकर समारोह को कई गुना भव्य किया जा रहा है। आयोजक मूर्ति अनावरण कार्यक्रम को पूरी तरह से गुप्त रखे हुए हैं।

दस दिवसीय कार्यक्रम में छह फरवरी को अनूप जलोटा की भजन संध्या होगी। भंडारे के लिए फतेहपुर, बांदा, चित्रकूट, पट्टी, प्रतापगढ़ सहित इलाके के एक लाख से अधिक लोगों को आमंत्रण दिया जा रहा है।

ददुआ का पुत्र व कर्वी विधायक वीर सिंह ने बताया कि कबरहा के मंदिर का समारोह चार फरवरी से शुरू हो रहा है। मंदिर के संस्थापकों की मूर्तियों का अनावरण होना है। दस दिन तक चलने वाले समारोह में किसी भी दिन मूर्तियों का अनावरण किया जा सकता है।

उप्र में अब डकैतों की भी होगी पूजा! Reviewed by on . इस बार वार्षिकोत्सव इसलिए खास है, क्योंकि इस मौके पर दस्य शिवकुमार उर्फ ददुआ, उसकी मां कृष्णा देवी, पिता रामप्यारे सिंह लंबरदार, पत्नी सियादेवी उर्फ बड़ी बुइया इस बार वार्षिकोत्सव इसलिए खास है, क्योंकि इस मौके पर दस्य शिवकुमार उर्फ ददुआ, उसकी मां कृष्णा देवी, पिता रामप्यारे सिंह लंबरदार, पत्नी सियादेवी उर्फ बड़ी बुइया Rating:
scroll to top