हैदरगढ़ के सीओ तौकीर अहमद ने बताया कि कोठी के रैसड़ा गांव में संत ज्ञानेश्वर का काफी बड़ा आश्रम है। इस आश्रम में दिल्ली निवासी रामसहाय सिंह बतौर प्रधान सचिव कार्यरत थे। वही पूरे आश्रम का कामकाज देखते थे।
शुक्रवार रात कुछ लोगों ने आश्रम में घुसकर उनके सिर पर ताबड़तोड़ गेलियां मारकर उनकी हत्या कर दी। आश्रम में हत्या की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने छानबीन कर उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
इस मामले में बिहार निवासी हरेराम, प्रताप, आनंद, दुर्गेश सहित 7 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
पुलिस का कहना है कि रामसहाय सिंह की हत्या वर्चस्व और आश्रम से जुड़े विवाद के चलते अंजाम दी गई है। फिलहाल इस मामले में छानबीन चल रही है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2006 में संत ज्ञानेश्वर की इलाहाबाद में हत्या कर दी गई थी।