उन्नाव, 3 फरवरी (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में रेलवे ट्रैक की बाधा से परेशान शहर के 12 साल के बच्चे नयन सिन्हा ने सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की कुंडी खटखटा दी। पीएमओ ने भी उसका भरोसा नहीं तोड़ा और उसकी चिट्ठी पर रेल विभाग को निर्देश जारी कर दिए हैं।
उन्नाव शहर से दस किमी दूरी पर बसे मनोहरनगर में रहने वाले कक्षा सात के छात्र नयन सिन्हा ने सितंबर में प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था कि सारे बच्चों को डेढ़ किमी घूम कर राजेपुर क्रासिंग से स्कूल जाना पड़ता है।
सिन्हा ने अपने खत में कहा था कि पढ़ाई के लिए डेढ़ किमी का चक्कर लगाना पड़ता है, जबकि मोहल्ले में गली के सामने ही रेलवे ट्रैक पार कर पांच मिनट में ही स्कूल पहुंचा जा सकता है। इससे उसके जैसे न जाने कितने बच्चों को बहुत परेशानी होती है, साथ ही हादसे की आशंका हमेशा बनी रहती है। वह बस्सी के सामने आवास-विकास कालोनी स्थित जूनियर हाई स्कूल में पढ़ता है।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने छात्र की समस्या पर ध्यान दिया और रेल मंत्रालय को समस्या समाधान के निर्देश दिए।
रेलवे के डिवीजनर इंजीनियर रंजीत कुमार ने बताया कि उन्नाव-लखनऊ रेलमार्ग पर मनोहर नगर के सामने रेलवे ट्रैक के दोनों ओर मिट्टी डालकर इंटरलक ब्रिक बिछाकर रास्ता समतल करने का काम जल्द ही कराया जाएगा।
रंजीत कुमार ने कहा कि बस्सी के लोगों को जल्द राहत मिलेगी। क्रासिंग संभव नहीं हुई तो आने जाने का रास्ता सुगम बनाएंगे, इसके लिए रेलवे ट्रैक के आसपास रास्ते वाले क्षेत्र को समतल कर दिया जाएगा, इसके लिए जल्द टीम मनोहरनगर पहुंचेगी।
प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजे गए छात्र नयन सिन्हा के पत्र पर रेल प्रशासन में खलबली जैसी स्थिति बनी है।