कोलकाता, 22 मार्च (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को रविवार को उस समय किरकिरी का सामना करना पड़ा जब कोलकाता निकाय चुनावों के लिए पार्टी की उम्मीदवार रूपा गांगुली का नाम शहर की मतदाता सूची में नहीं मिला। भाजपा को इस कारण अपना उम्मीदवार बदलना पड़ा।
कोलकाता नगर निगम (केएमसी) चुनाव में भाजपा ने रूपा गांगुली को पार्टी के चेहरे के तौर पर प्रस्तुत किया था। लेकिन वह चुनाव लड़ने के योग्य नहीं पाई गईं, क्योंकि कानून के आदेश के मुताबिक चुनाव में दावेदारी पेश करने के लिए उम्मीदवार का शहर निकाय चुनाव में मतदाता के रूप में नामांकित होना आवश्यक है।
पार्टी ने रविवार को रूपा गांगुली के स्थान पर सर्बरी मुखर्जी को चुनावी मैदान में उतारा है। सर्बरी भी अभिनेत्री थी और अब वह राजनीति में आई हैं।
मुखर्जी की उम्मीदवारी की घोषणा करते हुए भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने इस विफलता के लिए राज्य की सत्ताधारी पार्टी पर आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा, “राज्य निर्वाचन आयोग ने उनके (रूपा गांगुली) अधिकार का उल्लंघन किया है और यह तृणमूल के हस्तक्षेप से हुआ है। हम इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं।”
रूपा गांगुली को टेलीविजन धारावहिक ‘महाभारत’ से ख्याति मिली थी। इस धारावाहिक में उन्होंने द्रोपदी की भूमिका निभाई थी। उन्हें वार्ड संख्या 96 से उम्मीदवार बनाया गया था। वह दक्षिणी 24 परगना जिले के सोनारपुर-राजपुर में मतदाता हैं, जहां पर उनके परिजन रहते हैं।
पश्चिम बंगाल नगर निकाय चुनाव अधिनियम 1994, के मुताबिक अगर कोई व्यक्ति नगरपालिका का मतदाता नहीं है तो उसकी उम्मीदवारी को खारिज किया जा सकता है।
गांगुली ने स्वीकार किया कि उन्हें कानून की जानकारी नहीं थी। साथ ही उन्होंने कहा कि चूंकि उन्होंने तृणमूल कांग्रेस से दूरी बना ली है इसीलिए उनका नाम मतदाता सूची से हटा दिया गया है।