अलाप्पुझा (केरल), 9 मई (आईएएनएस)। केरल के वेम्बानाड स्थित जल क्रीड़ा केंद्र में आत्महत्या का प्रयास करने वाली भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) की तीनों खिलाड़ियों की हालत में लगातार सुधार जारी है। मेडिकल कॉलेज के एक डॉक्टर ने यह जानकारी दी।
शराब पीने से रोके जाने को लेकर चार युवा एथलीटों ने बुधवार को जहरीला फल खा लिया था। इनमें से एक एथलीट अपर्णा की गुरुवार तड़के मौत हो गई।
एक डॉक्टर ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर आईएएनएस को बताया कि अब तीनों लड़कियों की हालत स्थिर है।
डॉक्टर ने कहा, “सभी एथलीटों को सघन चिकित्सा केंद्र (आईसीयू) में रखा गया है और उन्हें अभी दो दिन और आईसीयू में ही रखा जाएगा। इन एथलीटों ने जो फल खाया था उसका असर हृदय पर होता है। अब हालांकि स्थिति सामान्य है।”
साई के एक अधिकारी जी. किशोर ने आईएएनएस को बताया कि वेम्बानाड स्थित जिस जल क्रीड़ा केंद्र में यह हादसा हुआ वहां भी हालात सामान्य हो रहे हैं। किशोर ने मीडिया में आई उन खबरों को खारिज किया जिसमें कहा गया है कि साई का यह केंद्र एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया गया है।
किशोर ने कहा, “केंद्र को एक हफ्ते के लिए बंद किए जाने की खबरें निराधार हैं। हमारे महानिदेशक इंजेती श्रीनिवास ने एथलीटों, कोच और यहां के वार्डन से बात की है। वह दिल्ली लौट चुके हैं और जल्द ही इस घटना पर अपनी एक रिपोर्ट पेश करेंगे।”
दूसरी ओर, पुलिस महानिरीक्षक एम. आर. अजित कुमार के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम एथलीटों के परिवार द्वारा लगाए गए उन आरोपों की जांच कर रही है, जिसमें मृत एथलीट के रिश्तेदारों ने कहा था कि इन एथलीटों को उनके वरिष्ठ खिलाड़ियों व अधिकारियों द्वारा मानसिक तथा शारीरिक तौर पर प्रताड़ित किया जाता था।
सीनियर खिलाड़ियों ने हालांकि इन आरोपों का खंडन किया है।
गौरतलब है कि साई ने शुक्रवार को अपर्णा के परिवार को बतौर मदद पांच लाख रुपये का चेक दिया और उनकी मां को साई केंद्र पर नौकरी देने की भी पेशकश की।