बीजिंग, 22 जुलाई (आईएएनएस)। चीन ने अपने सबसे बड़े सौर बिजली संयंत्र का निर्माण शुरू कर दिया है। गोबी रेगिस्तान में बनने वाला यह संयंत्र 2,550 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है। यह संयंत्र किंघई प्रांत में होगा।
किंघई सोलर-थर्मल पॉवर ग्रुप के मुताबिक, संयंत्र की स्थापित क्षमता 200 मेगावाट होगी। इससे 10 लाख घरों को बिजली मिल सकेगी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, समूह बोर्ड के अध्यक्ष वू लौंगी ने कहा, “इसकी ताप भंडारण डिजाइन 15 घंटे की है। इससे लगातार बिजली उत्पादन हो सकता है।”
इसका संचालन शुरू हो जाने के बाद सालाना 42.6 लाख टन कोयले का उपयोग कम होगा। इससे कार्बनडाईऑक्साइड और सल्फर डाईऑक्साइड का उत्सर्जन भी क्रमश: 8,96,000 टन और 8,080 टन घटेगा।
सोलर पॉवर टॉवर सिस्टम की क्षमता सामान्य ट्रफ सिस्टम से अधिक होती है।
किंघई विकास और सुधा आयोग के उपनिदेशक यू मिंगझेन ने कहा कि यह चीन का प्रथम विशाल वाणिज्यिक सौर संयंत्र भी होगा।
चीन स्वच्छ ऊर्जा के विकास पर ध्यान दे रहा है। 2014 में चीन की सौर बिजली क्षमता 28.05 गीगावाट थी, जो 2005 के मुकाबले 400 गुना अधिक थी। यह क्षमता बढ़ाकर 2020 तक 100 गीगावाट करने का लक्ष्य है।