Friday , 17 May 2024

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चेन्नई से रेल व हवाई सेवा बहाल, राहत में कोताही से लोग नाराज (राउंडअप)

चेन्नई, 6 दिसंबर (आईएएनएस)। यहां रविवार सुबह से रुक-रुक कर हो रही बारिश ने बाढ़ में फंसे हजारों लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। राहत की बात यह है कि हवाई और ट्रेन सेवाएं रविवार से आंशिक रूप से शुरू हो गईं।

चेन्नई, 6 दिसंबर (आईएएनएस)। यहां रविवार सुबह से रुक-रुक कर हो रही बारिश ने बाढ़ में फंसे हजारों लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। राहत की बात यह है कि हवाई और ट्रेन सेवाएं रविवार से आंशिक रूप से शुरू हो गईं।

चेन्नई अब दो हिस्से में बंटा नजर आ रहा है। एक है शहर का उत्तरी इलाका जो अभी भी जलमग्न है और जहां बिजली नहीं है। और, कुछ हिस्से ऐसे हैं जहां पानी घट रहा है और बिजली आ गई है।

चेन्नई जैसे ही हालात तमिलनाडु के तिरुवल्लूर, कांचीपुरम और कड्डालोर में भी हैं। राज्य में बीते सौ सालों की सबसे तेज बारिश से 325 लोगों की मौत हो चुकी है।

सबसे बड़े संकट की बात यह है कि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने से फिर भारी बारिश की आशंका जताई गई है।

चेन्नई हवाई अड्डे से कुछ घरेलू उड़ानें रवाना हुईं। एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि उम्मीद है कि हवाई अड्डे पर सोमवार से हालात सामान्य हो जाएंगे।

दक्षिण रेलवे ने चेन्नई आने वाली तीन रेलगाड़ियों को निरस्त कर दिया है।

लेकिन, चेन्नई सेंट्रल और चेन्नई एग्मोर स्टेशनों से रविवार को ट्रेन सेवा फिर से शुरू कर दी गई।

जिन रेलगाड़ियों की सेवा रविवार को शुरू की गई, उनमें चेन्नई-नई दिल्ली ग्रैंड ट्रंक एक्सप्रेस, चेन्नई-मैसूर कावेरी एक्सप्रेस और चेन्नई-नई दिल्ली तमिलनाडु एक्सप्रेस शामिल हैं।

बस सेवा में भी रविवार को थोड़ा सुधार दिखा।

अधिकारियों ने कहा कि मोबाइल और लैंडलाइन सेवा अभी भी प्रभावित है, लेकिन स्थिति पहले से बेहतर है। पेट्रोल पंपों पर ईंधन की आपूर्ति बेहतर हुई है।

चेन्नई के अधिकांश हिस्सों में बिजली नहीं है। वेस्ट माम्बलम में लोगों ने बिजली विभाग के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि पास के कुछ इलाकों में बिजली आ गई है, लेकिन उनके इलाके में नहीं आई है।

शहर में स्कूल-कॉलेज बंद हैं। चेन्नई में लोगों की नाराजगी देखी जा सकती है। लोगों का कहना है कि इस हालात के लिए शहर प्रशासन जिम्मेदार है।

स्थानीय निवासी वी. नित्या ने आईएएनएस को बताया कि सीवर को साफ नहीं किया जाता। बारिश के पानी की निकासी की जगहों को साफ नहीं किया जाता। ऐसा 2011 से हो रहा है। सड़कों को बनाने में भारी लापरवाही बरती जाती है।

आर सथ्या नाम के निवासी ने कहा, “अब कोई भी इसे सिंगारा चेन्नई (सुंदर चेन्नई) नहीं कहेगा। यह सकादाई चेन्नई (सीवर चेन्नई) है।”

उत्तरी चेन्नई के लोगों का कहना है कि उन तक राहत नहीं पहुंची है।

मंत्री या चेन्नई मेयर कुछ बोल नहीं रहे हैं। मुख्यमंत्री जयललिता ने रविवार को बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वे किया।

अधिकारियों का कहना है कि बारिश और बाढ़ से दो लाख एकड़ में फैली धान, गन्ना और अन्य फसलें बर्बाद हो गई हैं। उद्योग संस्था एसोचैम का कहना है कि 15000 करोड़ का नुकसान हुआ है।

चेन्नई में आई बाढ़ ने जहां लोगों को परेशानी में डाल दिया, वहीं इस समय लोगों और संस्थाओं का अच्छा और बुरा रूप भी दिखाई दिया।

सकारात्मक रुख दिखाते हुए कई लोगों ने बाढ़ में फंसे अनजान लोगों के लिए अपने घर के दरवाजे खोल दिए और उन्हें खाना और आश्रय दिया।

लोगों ने इंटरनेट की सुविधा का प्रयोग करते हुए फेसबुक और ट्विटर जैसी सोशल मीडिया साइट्स की मदद से बाढ़ में फंसे लोगों की जानकारी दी, ताकि उन तक मदद पहुंच सके।

लेकिन, आपदा की इस घड़ी में जहां लोगों ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया तो वहीं कुछ ऐसे भी दिखे, जिन्होंने मौके का भरपूर फायदा उठाया।

बेइमान व्यापारियों ने दूध, अंडों और सब्जियों जैसी जरूरी चीजों के दाम बढ़ा दिए, लेकिन कुछ व्यापारी ईमानदारी से व्यापार करने पर कायम रहे।

दक्षिणी चेन्नई के मायलापोर में स्थित एक प्रोविजन स्टोर अंगलपरमेश्वरी स्टोर के मालिक मुथु ने कहा, “हम दूध और अन्य जरूरी चीजें सामान्य कीमतों पर बेचते हैं। हमने मौके का फायदा उठाने के लिए कीमतों में इजाफा नहीं किया, बल्कि मैंने बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए खाना दान किया जिसके लिए मैंने 60,000 रुपये खर्च किए।”

स्वयंसेवी संस्थाओं और अन्य लोगों ने पानी में डूबे क्षेत्रों में खाना और बिस्किट के पैकेट वितरित किए।

स्थिति के दूसरे पहलू में मुनाफे के लिए जरूरी चीजों की कीमतें बढ़ाने वाले व्यापारियों के साथ ही ऑटो रिक्शा और टैक्सी चालकों ने थोड़ी सी दूरी के लिए भी लोगों से ऊंची कीमत वसूल कर मौके का फायदा उठाया।

एक निजी क्षेत्र के कर्मचारी टीईएन सिम्हन ने आईएएनएस को बताया, “ऑटो रिक्शा और टैक्सी ड्राइवरों को क्यों दोष दें? निजी विमान सेवाओं ने भी बेंगलुरू से दिल्ली आने वाले यात्रियों से ऊंचा किराया वसूल कर उन्हें लूटा।”

खबरों के मुताबिक चोर-लुटेरे चेन्नई के बाढ़ प्रभावित इलाकों में बंद घरों के ताले तोड़कर लूटपाट मचा रहे हैं।

चेन्नई से रेल व हवाई सेवा बहाल, राहत में कोताही से लोग नाराज (राउंडअप) Reviewed by on . चेन्नई, 6 दिसंबर (आईएएनएस)। यहां रविवार सुबह से रुक-रुक कर हो रही बारिश ने बाढ़ में फंसे हजारों लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। राहत की बात यह है कि हवाई और ट्र चेन्नई, 6 दिसंबर (आईएएनएस)। यहां रविवार सुबह से रुक-रुक कर हो रही बारिश ने बाढ़ में फंसे हजारों लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। राहत की बात यह है कि हवाई और ट्र Rating:
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