राज्यपाल ने पत्रकारों के सवालों के जवाब में कहा कि लगातार नासूर बन रहे नक्सलवाद के खात्मे के लिए देश और प्रदेश की सरकार भी प्रयासरत हैं। जिस तरह पंजाब में आतंकवाद की शुरुआत हुई और 95-96 में हमने जिस तरह आतंकवाद का सफाया कर दिया, कुछ उसी तरह यहां नक्सलवाद का खात्मा होगा।
छत्तीसगढ़ में गरियाबंद के पास स्थित हीरा खदान के मामले में संबंधित कंपनी का लाइसेंस निरस्त कर दिया गया था और उसके बाद संबंधित कंपनी ने उच्च न्यायालय की शरण ली है। यह मामला करीब 11 वर्षों से न्यायालय में लंबित है। अब वहां अवैध हीरे का उत्खनन चल रहा है।
इस तरह की शिकायत करते हुए पत्रकारों द्वारा किए गए सवाल पर राज्यपाल ने कहा कि आप लिखकर दें, देखते हैं। वहीं छत्तीसगढ़ में फलता-फूलता शराब व्यवसाय, भ्रष्टाचार आदि के विषय में मुख्यमंत्री से चर्चा करने की सलाह दी।
उन्होंने कहा कि राज्यपाल का पद एक संवैधानिक पद है। प्रदेश का शासन डॉ. रमन सिंह चला रहे हैं। इस संबंध में उनसे ही चर्चा करना बेहतर होगा।