सैन होजे, 27 सितम्बर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को प्रौद्योगिकी जगत को मंत्रमुग्ध कर सिलिकॉन वैली से प्रस्थान किया। इससे पहले उन्होंने एप्पल, क्वोलकॉम, गूगल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी दुनिया की दिग्गज कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों से अपने महत्वाकांक्षी डिजिटल भारत कार्यक्रम के लिए समर्थन जुटाए।
फेयरमांट होटल में शनिवार रात डिनर कार्यक्रम में उन्होंने आगंतुकों को संबोधित करते हुए कहा, “किसी भी एक छत के नीचे जमा हुई यह दुनिया की पहली जमात है, जो यह दावा कर सकती है कि वह वाकई में दुनिया को बदल रही है।” इस जमात में शामिल थे एप्पल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टिम कुक, माइक्रोसॉफ्ट के सत्या नडेला, गूगल के सुंदर पिचाई, क्वोलकॉम के पॉल जैकब्स, सिस्को के जॉन चैंबर्स, एडोब के शांतनू नारायण और टीआईई के वेंक शुक्ला।
मोदी ने कहा, “आज इस स्टेटस का कोई मतलब नहीं कि आप सो रहे हैं या जाग रहे हैं, बल्कि मतलब इससे है कि आप ऑनलाइन हैं या ऑफलाइन। आज के युवाओं की बुनियादी चर्चा है कि वे एंड्रायड, आईओएस और विंडोज में से किसे चुने।”
दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 1982 में की गई लॉस एजेंलिस की यात्रा के बाद अमेरिका के वेस्ट कोस्ट पहुंचने वाले मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं।
मोदी शनिवार सुबह नॉर्मन वाई मिंटे सैन होजे अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उतरे। कुछ ही देर बाद वे पालो अल्टो स्थित टेस्ला मोटर्स के कार्यालय गए, जहां उन्होंने बिजली से चलने वाली कारों का निर्माण संयंत्र देखा।
इसके बाद वे कई प्रौद्योगिकी अधिकारियों से मिले। इस दौरान कई अधिकारियों ने कहा कि वे भारत के साथ गतिविधि बढ़ाना चाहते हैं।
क्वोलकॉम के जैकब्स ने कहा, “प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत डिजिटल भारत कार्यक्रम के साथ सही दिशा में बढ़ रहा है।” उन्होंने भारतीय स्टार्टअप कंपनियों में निवेश के लिए 15 करोड़ डॉलर का कोष गठित करने की घोषणा की।
नडेला ने कहा, “हमें दुनिया भर के लोगों के सशक्तीकरण के लिए एकजुट कोशिश करनी चाहिए।” उन्होंने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट हर राज्य के साथ साझेदारी करना चाहती है। उन्होंने बताया कि सूरत में कंपनी डाटा विश्लेषण प्रणाली के लिए नगर निगम के साथ काम कर रही है।
गूगल के पिचाई ने कहा, “भारत दुनिया में सबसे तेजी से विकास करने वाले स्टार्टअप राष्ट्र है।”
इस दौरान मोदी ने बताया कि किसी तरह से उन्होंने और भारत ने प्रौद्योगिकी का फायदा उठाया है।
मोदी ने कहा, “मैं प्रौद्योगिकी को सशक्तीकरण का औजार मानता हूं। मैं इसे आशा और अवसरों के बीच एक सेतु मानता हूं। आज के डिजिटल युग में हम लोगों के जीवन को इतनी आसानी से बदल सकते हैं, जिसकी कल्पना एक दशक पहले नहीं की जा सकती थी।”
उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि हमारी 125 करोड़ की आबादी डिजिटली एक-दूसरे से जुड़ जाए। देश में ब्रॉडबैंक उपयोग गत वर्ष 63 फीसदी बढ़ा है। इसमें और तेजी आनी चाहिए।”
डिजिटल इंडिया डिनर पर प्रधानमंत्री की अन्य टिप्पणियां इस प्रकार थीं :
– नवाचार के इस महान केंद्र में बड़ी कंपनियों से लेकर युवा पेशेवर तक सभी डिजिटल भारत का हिस्सा बन सकते हैं।
– डिजिटल फासला मिटाए बिना डिजिटल भारत नहीं बन सकता।
– स्टेटस यह नहीं है कि आप सो रहे हैं या जाग रहे हैं, बल्कि यह हे कि आप ऑनलाइन हैं या ऑफलाइन।
– यदि फेसबुक एक देश होता, तो यह तीसरा सबसे अधिक आबादी वाला और सबसे अधिक एक-दूसरे से जुड़ा हुआ देश होता।
– गूगल ने शिक्षकों का जलवा खत्म कर दिया है और अभिभावकों को निश्चिंत बना दिया है।
– ट्विटर ने हर किसी को रिपोर्टर बना दिया है।
– माईगव डॉट इन के बाद हमने नरेंद्र मोदी एप लांच किया है, जो मुझे आम लोगों से जुड़ने में मदद करता है।
– हम स्मार्ट शहर बनाने में सूचना प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करेंगे।
– हवाईअड्डों की भांति हम गूगल की साझेदारी में 500 रेलवे स्टेशनों पर वाईफाई लगाएंगे।
– हम सभी स्कूल और कॉलेज को ब्रॉडबैंड से जोड़ देंगे।
– हम अपने सार्वजनिक वाईफाई हॉटस्पॉट का विस्तार करेंगे।