काबुल, 24 अक्टूबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा कि तालिबान को शांति वार्ता के लिए बुलाकर उसी समय मार देना संभव नहीं है।
खामा प्रेस की रपट के अनुसार, नवाज ने अमेरिकी इंस्टीट्यूट ऑफ पीस में अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी से मुलाकात के दौरान यह बात कही।
उन्होंने गनी से यह भी कहा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान सरकार और तालिबान के बीच ठप शांति वार्ता को फिर से शुरू करने में मदद करने के लिए तैयार है।
नवाज का यह बयान अफगानिस्तान सरकार के यह कहे जाने के बाद आया कि पाकिस्तान अफगान तालिबान और अन्य आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करे।
अफगान सरकार ने कहा कि अगर पाकिस्तान सच में अफगानिस्तान की वार्ता में मदद करना चाहता है तो उसे आतंकवादी संगठनों को समर्थन देना बंद कर देना चाहिए।
अमेरिकी इंस्टीट्यूट फॉर पीस में नवाज के भाषण के वक्त उस वक्त खलल पड़ गया था, जब एक प्रदर्शनकारी ने खड़े होकर बलूचिस्तान की आजादी के लिए नारे लगाने शुरू कर दिए।
बलूचिस्तान, पाकिस्तान का एक प्रांत है।
संस्थान में बैठे दर्शकों में से एक आदमी ने अचानक खड़े होकर ‘फ्री, फ्री बलूचिस्तान’ के नारे लगाते हुए नवाज को अल कायदा के मारे जा चुके आतंकवादी ओसामा बिन लादेन का मित्र तक कह दिया।