कोलकाता, 29 दिसंबर (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल की एक अदालत ने चलती रेलगाड़ी में एक नाबालिग लड़की से दुष्कर्म करने के आरोपी सेना के जवान को मंगलवार को पुलिस हिरासत में भेज दिया। मामले में सेना ने पुलिस को पूरी सहायता के प्रति आश्वस्त करते हुए मंगलवार को एक जांच शुरू कर दी।
बंगाल के 24 परगना जिले के दमदम इलाके की निवासी 14 वर्षीय लड़की को हावड़ा-अमृतसर एक्सप्रेस रेलगाड़ी में सेना के लिए आरक्षित बोगी में सेना के दो जवानों ने कथित तौर पर जबरन शराब पिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया।
पीड़िता हावड़ा से रेलगाड़ी पकड़कर लुधियाना जा रही थी, जिसे रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) व जीआरपी कर्मियों ने झारखंड के मधुपुर स्टेशन पर सोमवार को बचाया था।
बाद में एक वीडियो फुटेज में पीड़िता ने वारदात को अंजाम देने वालों की पहचान की।
पीड़िता के पिता ने जीआरपी को जानकारी दी थी कि वह घर छोड़कर भाग गई है और एक रेलगाड़ी में सवार हो गई है, जिसके बाद उसे बचाया गया।
दो जवान फरार हो गए, जबकि कथित तौर पर जबरन शराब पिलाने वाले जवान को जीआरपी ने पकड़ लिया और उसे हावड़ा जीआरपी के हवाले कर दिया।
जांच को अपने हाथ में लेते हुए हावड़ा जीआरपी ने गिरफ्तार जवान मंजरीश त्रिपाठी के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म व बाल यौन अपराध संरक्षण अधिनियम सहित कई अपराधों के तहत मामला दर्ज किया।
सेना के एक सूत्र ने कहा, “हमने हावड़ा जीआरपी को पूरी मदद का आश्वासन दिया है, जो मामले की जांच कर रही है। हमने भी मामले की एक जांच शुरू की है।” उन्होंने कहा कि फरार दोनों जवानों की पहचान करने व उन्हें पकड़ने के लिए पुलिस की मदद की जा रही है।
इसी बीच, छात्र संगठन ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स एसोसिएशन (एआईडीएसओ) ने इस मामले को लेकर शहर में विरोध-प्रदर्शन किया और कथित दुष्कर्मियों को मौत की सजा देने की मांग की।
कोलकाता में राज भवन के बाहर एआईडीएसओ के कार्यकर्ताओं ने विरोध-प्रदर्शन किया, जिस दौरान पुलिस से झड़प के बाद कुछ कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया।